कांग्रेस संगठन में फेरबदल जल्‍द, `बड़ी` भूमिका में दिखेंगे राहुल

कांग्रेस संगठन में फेरबदल जल्‍द, `बड़ी` भूमिका में दिखेंगे राहुल

कांग्रेस संगठन में फेरबदल जल्‍द, `बड़ी` भूमिका में दिखेंगे राहुल ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल में रविवार को व्‍यापक उलटफेर के बाद कांग्रेस में सांगठनिक फेरबदल में राहुल गांधी जल्द ही ‘बड़ी’ भूमिका में नजर आ सकते हैं। फेरबदल इसी हफ्ते होने की संभावना है। बीते दिनों कांग्रेस महासचिव एवं पार्टी प्रवक्‍ता जर्नादन द्विवेदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी नंबर दो पर विराजमान हैं। अब इस बात की संभावना बढ़ गई है कि राहुल गांधी के नेतृत्‍व में कांग्रेस पार्टी का मेकओवर तय है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में आज हुए फेरबदल के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अपना ध्यान सांगठनिक बदलाव में लगा सकती हैं ताकि लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी को लड़ाई के लिए तैयार किया जा सके। राहुल के बारे में पूछने पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि मैंने कई बार कहा है कि अगर वह कैबिनेट में शामिल होते हैं तो मुझे खुशी होगी लेकिन वह कई अन्य जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। वह पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं।

राहुल की पदोन्नति के बारे में उस वक्त संकेत मिले जब भोपाल में महासचिव दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी में फेरबदल होने तक इंतजार कीजिए। उनसे पूछा गया था कि राहुल को कैबिनेट में शामिल क्यों नहीं किया गया या उन्हें पार्टी में नया पद क्यों नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जब तक बदलाव होता है तब तक इंतजार कीजिए। कांग्रेस के एक और वरिष्ठ पदाधिकारी ने राष्ट्रीय राजधानी में कहा कि संगठन में बहुप्रतीक्षित फेरबदल ‘किसी भी वक्त’हो सकता है। कैबिनेट से कल इस्तीफा देने वाली अंबिका सोनी संगठन के मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली हैं। पहले वह कांग्रेस अध्यक्ष की राजनीतिक सचिव थीं, साथ ही कांग्रेस के मीडिया विभाग की महासचिव भी रह चुकी हैं। संभावित फेरबदल में कांग्रेस के कई महासचिवों के बदले जाने की संभावना है।

कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खुले निमंत्रण के बावजूद रविवार को सरकार में शामिल न होने का निर्णय लिया। इसके बदले वह पार्टी में कोई अधिक महत्वपूर्ण भूमिका सम्भालने वाले हैं। उन्होंने पिछले सप्ताह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की थी। इससे यह कयासबाजी तेज हो गई थी कि वह सरकार में शामिल हो सकते हैं।

राहुल शनिवार को अपनी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे और समझा जाता है कि मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने में उन्होंने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, खासतौर से ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट जैसे कुछ युवा मंत्रियों की प्रोन्नति में। सोनिया गांधी ने कुछ समय पहले कहा था कि यह निर्णय पूरी तरह राहुल पर निर्भर है कि वह सरकार में शामिल होना चाहते हैं या नहीं। उत्तर प्रदेश के अमेठी से लोकसभा सांसद राहुल (42) अगले आम चुनाव में पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं, यद्यपि सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष बनी रहेंगी।

First Published: Monday, October 29, 2012, 14:08

comments powered by Disqus