कान्हा टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या घटी

कान्हा टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या घटी

जबलपुर : बाघों की घटती संख्या से चिंतित उच्चतम न्यायालय द्वारा बाघ अभयारण्यों में पर्यटन गतिविधियों को सीमित किये जाने के बाद कान्हा नेशनल पार्क में पर्यटकों की संख्या घटकर आधी रह गयी है।

उच्चतम न्यायालय के इस आदेश का सबसे अधिक प्रभाव प्रदेश के वन्यजीव पर्यटन गतिविधियों से जुडे लोगों पर पड़ा है। इस व्यापार से जुडे व्यक्ति जीवनयापन और परिवार के पालन पोषण के लिए अन्य विकल्प तलाशने लगे हैं। पीढियों से पारम्परिक सांस्कृतिक नृत्य एवं कला क्षेत्र से जुडे कलाकार राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत मजबूरन मजदूरी करने को विवश हो रहे हैं।

मध्यप्रदेश में नौ राष्ट्रीय उद्यान सहित प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बाघ संरक्षण के लिए सात बाघ अभयारण्य हैं। देश में लगभग 14 सौ बाघ हैं, जिसमें लगभग 260 बाघ मध्यप्रदेश में हैं। यही वजह है कि मध्य प्रदेश बाघों वाला राज्य भी कहलाता है। बाघों की लगभग 20 प्रतिशत आबादी यहां होने के कारण प्रदेश में वन्यजीव पर्यटन काफी अहमियत रखता है।

कान्हा टाइगर नेशनल पार्क के निदेशक जे.एस.चौहान से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष पर्यटकों की संख्या में 50 प्रतिशत से भी अधिक कमी आई है। उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के तहत पार्क के अंदर प्रवेश करने वालों के वाहनों की संख्या लगभग आधी कर दी गयी है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, February 24, 2013, 13:07

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