Last Updated: Tuesday, December 18, 2012, 21:31

सुलूर (तमिलनाडु) : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी समय तैनात किया जा सकने वाला सैन्य बल कारगर प्रतिरोधक क्षमता के लिए जरूरी है। उन्होंने कारगर प्रतिरोधक क्षमता को देश की रक्षा नीति की आधारशिला करार दिया।
वायु सेना के 25 एवं 33 स्क्वार्डन को ‘प्रेसीडेंसियल स्टैंडर्ड ’ (ध्वज) प्रदान करने से जुड़े समारोह में आज मुखर्जी ने कहा कि भारत शांति का पक्षधर है और उसकी विदेश नीति इसी लक्ष्य को हासिल करने पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा कि कारगर प्रतिरोधक क्षमता देश की रक्षा नीति की आधारशिला है। परंतु कारगर प्रतिरोधक क्षमता के लिए किसी सैन्य बल का रखरखाव जरूरी है जिसे किसी भी समय हमारे राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए बुलाया जा सकता है। हमारे सैन्य बल इसी क्षमता का बोध कराते हैं।
वायुसेना की भूमिका की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इस बल ने न सिर्फ देश की संप्रभुता की रक्षा की है, बल्कि देश के भीतर और बाहर आने वाली किसी भी तरह के आपदा के समय वह मानवीय सहायता पहुंचाता रहा है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 18, 2012, 21:31