Last Updated: Wednesday, December 12, 2012, 00:30
ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: कारगिल युद्ध के शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के साथ पाकिस्तान में कैद के दौरान हुए अमानवीय बर्ताव के खिलाफ उनके पिता ने अब संयुक्त राष्ट्र का दरवाजा खटखटाया है। मामले पर सरकार के प्रयासों से मायूस पिता एनके कालिया व राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने न्याय के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में अर्जी दी है।
डॉ कालिया और राजीव चंद्रशेखर ने जेनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त को लिखे पत्र में आग्रह किया है कि पाकिस्तान सरकार को मामले की जांच शुरू करने के लिए फौरन कहा जाए। साथ ही कैप्टन सौरभ कालिया के शरीर को क्षत-विक्षत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। याचिकाकर्ताओं ने इसे युद्ध अपराध बताते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।
गौर हो कि कि कैप्टन कालिया के संबंध में याचिका अगर स्वीकार हो जाती है तो मानवाधिकार परिषद इसकी पड़ताल के लिए रिपोटॉयर नियुक्त करेगा। हालांकि, मामले में संबंधित देशों यानी भारत और पाकिस्तान की सहमति जरूरी होगी। जून, 1990 में 25 दिनों की कैद के बाद क्षत-विक्षत हालत में लौटाए गए कैप्टन सौरभ कालिया के शव के पीछे पाकिस्तान अपनी किसी भी भूमिका से इन्कार करता रहा है।
बीते 13 सालों से अपने शहीद बेटे को न्याय दिलाने के लिए डॉ कालिया भारत और पाकिस्तान के आला नेताओं, सेना प्रमुखों तक गुहार लगा चुके हैं। मामले पर 2010 में दिए अपने आदेश में सशस्त्र सेना ट्रिब्यूनल ने भी कहा था कि भारत सरकार मामले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठा सकती हैं।
First Published: Wednesday, December 12, 2012, 00:30