Last Updated: Friday, May 11, 2012, 10:37
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी नई दिल्ली: राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद यानी एनसीईआरटी की 11वीं की पुस्तक में डॉ. भीमराव अम्बेडकर पर प्रकाशित कार्टून को लेकर शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में जबरदस्त हंगामा हुआ, जिसके बाद केंद्र सरकार ने इस पर माफी मांगी और इस आपत्तिजनक कार्टून को हटाने का आदेश दिया। संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा में सभी नेताओं ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्टून को अम्बेडकर का अपमान बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की। सांसदों के हंगामे की वजह से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
एनसीईआरटी की पुस्तक में संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के बारे में प्रकाशित एक कार्टून को लेकर बसपा सहित विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के बीच सरकार ने आज साफ किया कि ऐसी कार्टून वाली सभी किताबों के वितरण को रोक देने का निर्देश दिया गया है तथा दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।
संसद में इस मुद्दे पर भारी हंगामे के बाद बाहर संवाददाताओं से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि हालांकि वह व्यक्तिगत रूप से इस विवाद के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, लेकिन उन्हें इस पर राष्ट्र से माफी मांगने में कोई संकोच नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय ने पहले ही एक समिति का गठन किया है, जो पाठ्यपुस्तकों में ऐसी आपत्तिजनक सामग्रियों की समीक्षा कर रही है।
एनसीईआरटी की किताब में संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का कथित कार्टून प्रकाशित किए जाने के मुद्दे पर भारी हंगामा उस समय शुरू हुआ जब मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल प्रश्नकाल में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों के बारे में कांग्रेस के डॉक्टर भालचंद्र मुंगेकर के पूरक प्रश्न का जवाब देने जा रहे थे।
First Published: Saturday, May 12, 2012, 20:13