Last Updated: Monday, February 13, 2012, 11:50

नई दिल्ली : केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री वी. नारायणसामी ने सोमवार को कहा कि सरकार को विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने में कठिनाई हो रही है, क्योंकि उन देशों के पास इन बुराइयों पर रोक लगाने की राजनीतिक इच्छा शक्ति नहीं है। काला धन बरामद करने और उसकी जांच करने के तरीकों पर इंटरपोल अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नारायणसामी ने कहा कि काले धन की बरामदगी में दूसरे देशों से सहयोग की जरूरत पड़ती है।
नारायणसामी ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि अन्य देशों में राजनीतिक इच्छाशक्ति बहुत उत्साहवर्धक नहीं है। वे कहते हैं कि हम कानून से बंधे हुए हैं। हमें विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। नारायणसामी ने कहा कि काले धन से निपटना बहुत जरूरी है, क्योंकि आतंकवादी संगठन, आतंकवाद सम्बंधी गतिविधियों में धन के इस्तेमाल के लिए विदेशी बैंकों में धन जमा करने के लिए नए-नए इलेक्ट्रॉनिक तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं।
नारायणसामी ने कहा कि सीबीआई का प्रशिक्षण कार्यक्रम महत्वपूर्ण है, क्योंकि सरकार विदेशी बैंकों में जमा धन को वापस लाने के लिए बचनबद्ध है। छह दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अफगानिस्तान, श्रीलंका, ब्रिटेन, चीन, मलेशिया, फिलीपींस और इंडोनेशिया जैसे देशों के 30 इंटरपोल अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। यह कार्यक्रम भ्रष्टाचार रोकने और धन बरामद करने पर इंटरपोल के वैश्विक कार्यक्रम का हिस्सा है।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने प्रशिक्षण के बारे में कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम भ्रष्टाचार से निपटने, और अंतर्राष्ट्रीय व सीमापार की जांचों में कानूनी सहायता के प्रभावी इस्तेमाल करने में जांचकर्ताओं और अभियोजकों के कौशल व ज्ञान को बढ़ाना है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 13, 2012, 17:20