Last Updated: Sunday, August 12, 2012, 23:23

नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव अपनी मांगों पर विचार के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिए शाम पांच बजे तक के समय को नजरअंदाज कर दिए जाने के बाद कांग्रेस पर जमकर बरसे और आरोप लगाया कि विदेश में कालाधन छिपाने वाले नेताओं को कांग्रेस बचा रही है। उन्होंने अब प्रधानमंत्री को सोमवार तक का समय दिया है। रामलीला मैदान में बाबा रामदेव ने कहा, विदेश में कालाधन छिपाने वाले 50,000 लोगों में से अधिकांश कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं। यही वजह है कि सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, विदेशी बैंकों में कालाधन रखने वालों के नाम उजागर न कर सरकार ने अपनी नीयत साबित कर दी है।
बाबा रामदेव ने दोहराया कि उनका आंदोलन राजनीतिक लड़ाई नहीं है, लेकिन वह भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अभियान जारी रखेंगे।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि देश में 2,000,000 करोड़ रुपये के कालेधन का निवेश प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के जरिए हुआ है।
योग गुरु ने कहा, कांग्रेस ने उन लोगों का नाम बताने से भी इंकार कर दिया है, जिन्होंने इस देश में एफडीआई के जरिए निवेश किया है। इसी से पता चलता है कि सरकार इस देश को लूटने से बचाने के प्रति कितनी गंभीर है। उन्होंने कहा कि यदि प्रभावी लोकपाल विधेयक पारित हो जाए तो 90 फीसदी कैबिनेट मंत्री सलाखों के पीछे होंगे।
बाबा रामदेव ने कहा कि उनके आंदोलन में सोमवार को कई राजनीतिक दल शामिल होंगे और बिजू जनता दल (बीजद) तथा तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रतिनिधि तो समर्थन देने के लिए पहले से ही मौजूद हैं।
इस बीच, पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह भी बाबा रामदेव के मंच पर पहुंचे और लोगों को सम्बोधित किया। इससे पहले, दिन में रामदेव ने चेतावनी दी कि उनकी मांगों पर सरकार यदि पहल नहीं करती है तो 'क्रांति' होगी।
योग गुरु ने यह घोषणा भी की कि उनका अनशन अभी जारी रहेगा। उन्होंने कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ गत गुरुवार को तीन दिन का सांकेतिक अनशन शुरू किया था जो शनिवार शाम खत्म हुआ था।
अपने हजारों समर्थकों को सम्बोधित करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि वह प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत ईमानदारी पर सवाल नहीं उठा रहे हैं, बल्कि चाहते हैं वह राजनीतिक ईमानदारी भी दिखाएं।
उन्होंने कहा, यदि आज शाम तक उन्होंने हमारे आंदोलन की उचित मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की, तो उनकी राजनीतिक ईमानीदारी पर प्रश्नचिह्न् लग जाएगा।
बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है जिसमें मांगों की सूची भी है। उनकी मांगों में विदेशी बैंकों में छिपाए गए कालेधन को वापस लाना, प्रभावी लोकपाल विधेयक लाना, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तथा निर्वाचन आयोग के प्रमुखों की नियुक्ति में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाना शामिल हैं।
उन्होंने कहा, मैं अनशन तब तक जारी रखना चाहता हूं, जब तक सरकार कोई कदम नहीं उठाती। लेकिन हम अनशन कब खत्म करेंगे, यह घोषणा सोमवार सुबह की जाएगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा, हमने आपको फिर से पत्र भेजा है। यदि कोई निर्णय नहीं लिया गया तो कल से बड़ी क्रांति होगी।
बाबा रामदेव ने कहा, मेरा इरादा कांग्रेस को बदनाम करना नहीं है..जो भी राजनीतिक पार्टी कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना चाहती है, वह मेरे आंदोलन में शामिल हो सकती है।
उन्होंने युवाओं से साथ देने का आह्वान भी किया। रविवार सुबह टीम अन्ना की सदस्य रहीं भारतीय पुलिस सेवा की पूर्व अधिकारी किरण बेदी ने भी बाबा रामदेव के मंच से लोगों को सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा, विदेशों से कालाधन वापस लाने की जरूरत है। इसके अलावा देश को प्रभावी जन लोकपाल विधेयक की भी जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 12, 2012, 23:23