Last Updated: Wednesday, October 12, 2011, 03:40
नई दिल्ली : कालाधन के मुद्दे पर एक तरफ जहां वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी रथयात्रा की शुरुआत की वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने लोगों का ध्यान भाजपा शासनकाल की ओर खींचने का प्रयास किया है। कांग्रेस ने इसके अलावा यह भी दिखाने की कोशिश की है कि इस मुद्दे को लेकर सरकार कितना गंभीर है।
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि कालाधन के खतरे का मुकाबला करने के लिए संप्रग सरकार ने पिछले दो साल में कई कदम उठाए हैं। इन कदमों में 81 देशों के साथ दोहरे कराधान बचाव समझौता और कर चोरी का स्वर्ग समझे जाने वाले चार देशों के साथ सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए किए गए समझौते शामिल हैं।
मारन बंधुओं पर शिकंजा षड्यंत्र नहींमारन बंधुओं पर सीबीआई के कसते शिकंजे के परिप्रेक्ष्य में कांग्रेस ने संप्रग के अंदर ‘षड्यंत्र’ की बात को नकार दिया। एयरसेल-मैक्सिस समझौते के बाद उन पर सीबीआई का दबाव बढ़ता जा रहा है। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, ‘संप्रग अपने सभी राजनीतिक गठबंधनों को लेकर पारदर्शी है।’ उन्होंने कहा कि ‘षड्यंत्र की बात’ करना संप्रग के बाहर के लोगों का हथकंडा है। द्रमुक प्रमुख एम. करूणानिधि के मारन बंधुओं के पक्ष में दिये गये बयान के सिलसिले में तिवारी की यह टिप्पणी सामने आयी है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 12, 2011, 09:10