Last Updated: Thursday, August 25, 2011, 05:28

प्रभावी लोकपाल विधेयक पर बुधवार रात सरकारी प्रतिनिधि केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और अन्ना हजारे पक्ष के बीच बातचीत में गतिरोध उत्पन्न होने के बाद गांधीवादी अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान से हुंकार भरते हुए कहा कि यदि सरकार उन्हें यहां से उठाकर ले जाती है तो पूरा देश अगले दिन से जेल भरो आंदोलन और संसद का घेराव शुरू करे. उन्होंने अपने समर्थकों से अनुरोध किया कि वे हिंसक रुख अख्तियार न करें, यदि ऐसा होता है तो उन्हें बड़ी तकलीफ होगी.
'सरकार अपनी बातों से मुकर गई है'सरकारी प्रतिनिधि प्रणब मुखर्जी के बाद बातचीत के बाद सामाजिक संगठन के सदस्यों अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी और प्रशांत भूषण ने अन्ना हजारे को बताया कि सरकार अपनी बातों से मुकर गई है. इसके बाद अन्ना हजारे मंच पर आए और उन्होंने भारत माता की जय, बंदेमातरम और इंकालाब जिंदाबाद के नारे लगाए और समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपने देश भर में जो देश प्रेम की भावना जाग्रत की है उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं.
'आप हिंसा नहीं करेंगे' उन्होंने कहा कि मैं पहले से कहता आया हूं कि आप हिंसा नहीं करेंगे और आपने मेरी बात मानी. आपने पूरे देश में कहीं भी हिंसा नहीं की. आपने प्रदर्शन के दौरान कोई हिंसा न करके पूरी दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की है.
'काले अंग्रेजों का मुखड़ा उजागर' अन्ना हजारे ने कहा कि नौ दिन के अनशन के बाद सरकार के काले अंग्रेजों का मुखड़ा उजागर हो गया है. हुक्मशाही का मुखड़ा लोकशाही के लिए खतरा है.
गांधीवादी ने ललकारते हुए कहा कि परसो मैंने आपसे कहा था कि यदि सरकार मुझे यहां से उठाकर ले जाती है तो आप उनका विरोध करना लेकिन आज मैं आपसे कहता हूं कि पुलिस यदि मुझे यहां से ले जाती है तो मुझे ले जाने देना. आप विरोध करेंगे तो हिंसा हो जाएगी. सरकार चाहती है कि आप हिसा करें जिससे कि वह इस आंदोलन को कुचल सके.
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा, "मैं जेल जाऊंगा क्योंकि जेल जाना इस देश की परम्परा है. पुलिस यदि मुझे यहां से ले जाती है तो ले जाने दो उन्हें रोको नहीं. हिंसा मत करना. अगर आपने हिंसा किया तो मुझे दुख होगा.
'जेल भरो आंदोलन शुरू करो'अन्ना हजारे ने दोगुने जोश में कहा कि गुरुवार से जेल भरो आंदोलन शुरू करो. सांसदों को घेरो. यह आजादी की दूसरी लड़ाई है.
First Published: Thursday, August 25, 2011, 18:28