Last Updated: Wednesday, April 10, 2013, 17:47

नई दिल्ली : भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने काले धन के मुद्दे पर सरकार की कथित निष्क्रियता को लेकर निराशा का इजहार किया । उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि सरकार पिछले साल जारी काले धन पर श्वेत पत्र में किये गये वायदों को पूरा करे ।
आडवाणी ने इस बात पर अफसोस व्यक्त किया कि सरकार पिछले साल मई में काले धन पर श्वेत पत्र लायी थी लेकिन उसमें किये गये वायदों पर कोई अमल नहीं किया गया । उन्होंने अपने ब्लाग पर लिखा कि उन्हें सिर्फ एक बात का अफसोस है कि श्वेत पत्र पर आगे की कार्रवाई काफी निराशाजनक है ।
आडवाणी ने कहा कि श्वेत पत्र पेश करते समय प्रणब मुखर्जी जिस स्थिति में थे, आज की तारीख में वह उससे कहीं अधिक उच्च पद पर हैं। ऐसे में मैं उनसे यह सुनिश्चित कराने का आग्रह करना चाहता हूं कि श्वेतपत्र में किये गये वायदों को सरकार पूरा करे ।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और जर्मनी जैसे शक्तिशाली देश ही नहीं बल्कि नाइजीरिया, पेरू और फिलीपीन्स जैसे छोटे देश भी विदेश में जमा काला धन वापस ले आये ।
आडवाणी ने कहा कि दूसरी ओर भारत में हमने ऐसे लोगों के नामों को लेकर खबरें देखीं, जिनके स्विस बैंकों या अन्य किसी कर पनाहगाह देश में खाते हैं लेकिन कभी नहीं सुना कि अवैध रूप से जमा किया गया एक भी पैसा वापस भारत आया हो ।
भाजपा नेता काले धन का मुद्दा उठाते रहे हैं । इस मुद्दे पर 2011 की अंतिम तिमाही में उन्होंने राष्ट्रव्यापी जन चेतना यात्रा निकाली थी जो महंगाई, भ्रष्टाचार और काले धन जैसे मुद्दों पर केन्द्रित थी । (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 10, 2013, 17:47