Last Updated: Monday, September 24, 2012, 14:23
नई दिल्ली: भारत ने, पुरूलिया में हथियार गिराए जाने के मामले के मुख्य आरोपी किम डेवी के प्रत्यर्पण के लिए फिर से कोशिश करने का फैसला किया है।
डेनमार्क की एक अदालत 17 साल पुराने इस सनसनीखेज मामले में मुकदमे के लिए किम डेवी को भारत भेजने का अनुरोध खारिज कर चुकी है।
पिछले सप्ताह डेनमार्क में भारत के राजदूत अशोक अत्री के साथ किम डेवी के प्रत्यर्पण के मुद्दे पर चर्चा के बाद केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह ने यह निर्णय किया।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया ‘‘यह तय किया गया कि डेवी को यथाशीघ्र भारत प्रत्यर्पित करने के लिए डेनमार्क सरकार के समक्ष यह मामला फिर से उठाया जाए।’’ पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिले में 17 दिसंबर 1995 की रात को एएन..26 विमान ने हथियार और गोलाबारूद गिराए थे। इनमें एके 47 रायफल, पिस्तौल, टैंक रोधी ग्रेनेड, रॉकेट लांचर और हजारों कारतूस थे।
इस मामले में पांच लातवियाई और एक ब्रिटिश नागरिक पीटर ब्लीच को गिरफ्तार किया गया था। डेनिश नागरिक और मामले का मुख्य आरोपी किम डेवी भागने में सफल हो गया। तब से भारत सरकार डेनमार्क सरकार से उसके प्रत्यर्पण के लिए कहती रही है।
डेनमार्क सरकार ने नौ अप्रैल 2010 को प्रत्यर्पण आदेश जारी कर दिया। लेकिन डेवी ने वहां की एक स्थानीय अदालत में इस आदेश को चुनौती दे दी। अदालत ने सरकार का आदेश निरस्त कर दिया। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 24, 2012, 14:23