Last Updated: Wednesday, September 7, 2011, 06:21
नई दिल्ली. जन लोकपाल के लिए संघर्ष कर रहे अन्ना हजारे पक्ष की कार्यकर्ता किरण बेदी ने मंगलवार को राज्यसभा से पूछा है कि वह 'तथ्य' उपलब्ध कराए कि उन्होंने सांसदों के विरुद्ध कथित अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कहां किया था. पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी बेदी ने राज्यसभा सचिवालय के निदेशक मुकुल पांडे को लिखे अपने पत्र में कहा कि वह अपनी स्थिति तभी स्पष्ट करेंगी जब उन्हें वे 'खास टिप्पणियां' प्राप्त हो जाएंगी जिनका इस्तेमाल जन लोकपाल आंदोलन के दौरान किया गया.
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने भी संसद से पूछा था कि उन्होंने कहां पर कथित अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. अब अन्ना हजारे की सहयोगी किरण बेदी ने भी संसदीय अवमानना के नोटिस का जवाब भेज दिया है. उन्होंने लिखा है कि उन्हें बताया जाए कि उनके किन शब्दों की वजह से यह आरोप लगाया गया है.
मंगलवार को राज्यसभा सचिवालय को भेजे अपने जवाब में उन्होंने लिखा है कि इसमें सिर्फ यह कहा गया है कि एक टीवी चैनल पर दिए गए उनके बयान से संसद का विशेषाधिकार हनन हुआ है. अगर उन्हें साफ तौर पर बताया जाए कि उनके किन शब्दों की वजह से यह आरोप लगाया गया है, तो वे सही जवाब दे पाएंगी. किरण बेदी को यह नोटिस 30 अगस्त को भेजा गया था.
संसद की अवमानना का नोटिस अन्ना के तीन सहयोगियों को भेजा जा चुका है. इसमें किरण बेदी और अरविंद केजरीवाल के अलावा सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण भी शामिल हैं. राज्यसभा सदस्यों जेसुदास सीलम और मोहम्मद अदीब की शिकायत पर बेदी और केजरीवाल को नोटिस भेजा गया है.
अब देश की पहली महिला आइपीएस अफसर इस जवाब में आगे क्या कहतीं है वो इस स्पष्टीकरण के बाद ही पता लगेगा.
First Published: Wednesday, September 7, 2011, 13:28