Last Updated: Monday, January 21, 2013, 17:56
नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ ने सोमवार को किशोरों की आयु 18 से घटाकर 16 साल करने की वकालत तो नहीं की लेकिन दिल्ली में हाल ही में घटी सामूहिक बलात्कार की घटना जैसे अपराधों में सख्त सजा दिए जाने का सुझाव रखा।
महिला और बाल विकास मंत्री कृष्णा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस देश के सभी बच्चे हमारे बच्चे हैं। अगर हम 16 साल या 15 साल के बच्चे के बारे में बात करते हैं तो होगा यह कि 16 साल के अपरिपक्व बच्चे को बालिंगों की तरह समझा जाएगा। मैं यह नहीं होने देना चाहती।
उन्होंने कहा कि किशोर वर्ग की आयु को लेकर मंत्रालय का रुख अभी तक यही है कि यह 18 साल होनी चाहिए। लेकिन 16 दिसंबर के सामूहिक बलात्कार कांड जैसे दुर्लभ से दुर्लभतम मामलों में मेरा मानना है कि ऐसे आरोपी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। दक्षिण दिल्ली में 23 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार का जिक्र करते हुए तीरथ ने कहा कि जनता ने किशोर आरोपी के लिए कड़ी सजा की मांग की है जो घटना में शामिल अन्य आरोपियों से अधिक हिंसक था। मैं इसका समर्थन करती हूं।
पिछले महीने की घटना की पृष्ठभूमि में किशोर वर्ग की आयु कम करने को लेकर देश में गंभीर चर्चा छिड़ी हुई है। दिल्ली के पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने पिछले हफ्ते सुझाव दिया था कि अपराध दर में बढ़ोतरी को देखते हुए किशोर आयु कम करके 16 साल करने की जरूरत है। हालांकि कृष्णा तीरथ ने कहा कि किशोरों की आयु कम करने से अपरिपक्व बच्चों के साथ वयस्क अपराधियों की तरह रवैया अपनाया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 21, 2013, 17:56