किसानों से जबरन जमीन लेने के बजाय मरना पसंद करुंगी :ममता

किसानों से जबरन जमीन लेने के बजाय मरना पसंद करुंगी :ममता

किसानों से जबरन जमीन लेने के बजाय मरना पसंद करुंगी :ममताइतहार (पश्चिम बंगाल) : जबरन भूमि अधिग्रहण नहीं होने देने के अपने रुख पर कायम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह ऐसा करने के बजाय मर जाना पसंद करेंगी।

ममता ने पांच जिलों के अपने दौरे के दूसरे दिन यहां कहा, ‘‘मैं जबरदस्ती भूमि अधिग्रहण के खिलाफ हूं। हम किसानों को बंदूक दिखाकर भूमि अधिग्रहण नहीं करेंगे। मैं किसानों से जबरन जमीन लेने के बजाय मर जाना पसंद करुंगी।’’ उन्होंने दिसंबर, 2006 में सिंगूर में टाटा मोटर्स की एक परियोजना के लिए किसानों की इच्छा के बिना ली गयी उनकी 400 एकड़ जमीन वापस करने की मांग को लेकर 26 दिन तक की गयी अपनी भूख हड़ताल का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैंने 26 दिन का अनशन किया था और मरने को तैयार थी लेकिन समझौता नहीं किया।’’ मुख्यमंत्री का यह तीखा बयान कांग्रेस सांसद दीपा दासमुंशी को निशाना बनाकर किया गया लगता है जिन्होंने कुछ समय पहले उत्तरी दिनाजपुर के रायगंज में एम्स जैसे एक अस्पताल के लिए भूमि अधिग्रहण में सहयोग नहीं मिलने पर ममता सरकार की आलोचना की थी।

रायगंज से सांसद दीपा दासमुंशी का नाम लिये बिना ममता ने कहा, ‘‘मैंने देखा कि यहां कुछ लोग रायगंज में अस्पताल को लेकर राजनीति में शामिल हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो मेरी आलोचना कर रहे हैं , उन्हें मैं बता रही हूं कि हम जबरदस्ती भूमि अधिग्रहण नहीं करेंगे। 100 एकड़ जमीन की जरूरत होगी। जो लोग राजनीतिक कर रहे हैं वे जमीन का बंदोबस्त करें। मुझे कोई आपत्ति नहीं है।’’ मुख्यमंत्री ने रायगंज और इस्लामपुर में दो मल्टी.स्पेशलिटी अस्पतालों की स्थापना करने की भी घोषणा की। (एजेंसी)

First Published: Thursday, August 30, 2012, 21:30

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