Last Updated: Friday, July 12, 2013, 09:53

चेन्नई : तमिलनाडु में काफी देरी झेल चुके कुडनकुलम परमाणु बिजली संयंत्र (केएनपीपी) को परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) से नियंत्रित परमाणु विखंडन प्रक्रिया शुरू करने की स्वीकृति मिल गयी जो बिजली उत्पादन की दिशा में एक अगला कदम है।
केएनपीपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ‘फर्स्ट एप्रोच टू क्रिटिकैलिटी’ की अनुमति मिलने के बाद इस विवादास्पद भारतीय रूस संयुक्त परियोजना में कुछ आतंरिक औपचारिकताएं पूरी की जानी हैं और करीब डेढ़ माह में बिजली उत्पादन शुरू हो जाने की संभावना है।
केएनपीपी स्थल निदेशक आरएस सुंदर ने कहा कि हमें स्वीकृति मिलने की खुशी हैं। हमें कुछ आतंरिक प्रक्रियाएं करने की जरूरत है। बिजली उत्पादन करीब 45 दिनों में शुरू हो सकती है। एईआरबी के सचिव आर भट्टाचार्य ने एक बयान में कहा कि एफएसी पहली बार नियंत्रित परमाणु विखंडन प्रक्रिया की शुरुआत है और यह परमाणु संयंत्र में बिजली उत्पादन की शुरुआत की दिशा में एक कदम है।
बयान के अनुसार केएनपीपी की पहली इकाई कुडनकुलम में वीवीईआर संयंत्रों में एक है और उसकी बिजली उत्पादन 1000 मेगावाट है। यह देश में पहली वाणिज्यिक प्रेसराइज्ड वाटर रियक्टर आधारित परमाणु बिजली संयंत्र है। बोर्ड ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के बाद ही उसने एफएसी की मंजूरी दी है कि परमाणु उर्जा निगम ने सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया है। बोर्ड ने सितंबर में पहली इकाई में प्रारंभिक ईंधन डालने की अंतिम अनुमति दे दी थी। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 12, 2013, 09:53