Last Updated: Thursday, November 24, 2011, 11:19
नई दिल्ली : उर्जा के क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए परमाणु उर्जा की वकालत कर रहे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने गुरुवार को कहा कि कुडनकुलम परमाणु संयंत्र में उच्च स्तरीय सुरक्षा मानक हैं।
उन्होंने किसी प्रकार की आपदा की स्थिति में इस संयंत्र से खतरे की आशंका को निर्मूल करार दिया। उन्होंने कहा कि जैव ईंधन के इस्तेमाल से मुक्ति के लिए परमाणु उर्जा बिल्कुल स्वच्छ संसाधन है।
तमिलनाडु में निर्मित कुडनकुलम परमाणु संयंत्र का वहां के लोग विरोध कर रहे हैं। इस माह के शुरू में ही इस विवादित संयंत्र का दौरा करने गए कलाम ने इसके सुरक्षा पहलुओं पर संतोष व्यक्त किया था।
परमाणु और प्रक्षेपास्त्र वैज्ञानिक कलाम ने कहा कि वह संयंत्र के सुरक्षा संबंधी मानकों को समझने के लिए खुद तिरूनेलवेली जिले में स्थित कुडनकुलम गए थे। वह यह भी जानना चाहते थे कि प्रशासन फुकुशिमा परमाणु दुर्घटना के बाद किसी तरह स्थानीय लोगों की चिंता का समाधान कर रहा है।
पूर्व राष्ट्रपति यहां एक गोष्ठी ‘डिज़ास्टर रिस्क रिडक्शन : अनदर इम्पॉर्टेन्ट रूट टू पॉवर्टी एलीवेशन’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, यह प्रमाणित हो चुका है कि सुरक्षा के लिए इस संयंत्र में नवीनतम प्रौद्योगिकी अपनाई गई है। संयंत्र की संरचना में उच्च स्तरीय सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा गया है।
कलाम की ये टिप्पणियां ऐसे समय पर आई हैं जब कुडनकुलम इलाके में परमाणु उर्जा परियोजना का विरोध जारी है। पूर्व राष्ट्रपति ने सुनामी आने की स्थिति में संयंत्र को खतरा होने की आशंका को भी नकार दिया।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, November 24, 2011, 16:49