कुरियन चाहते थे अमूल बने `टेस्ट ऑफ इंडिया`

कुरियन चाहते थे अमूल बने `टेस्ट ऑफ इंडिया`

आणंद/नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी एवं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ‘श्वेत क्रांति’ के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। श्वेत क्रांति के जनक कुरियन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोधी ने कहा, ‘डॉ. कुरियन चाहते थे कि अमूल सही मायने में ‘टेस्ट ऑफ इंडिया’ बने। हम उनका यह सपना पूरा करने को प्रतिबद्ध हैं। यह उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।’

प्रणव मुखर्जी ने कुरियन की ऐसे व्यक्ति के रूप में सराहना की जिसने श्वेत क्रांति की शुरूआत की और कृषि, ग्रामीण विकास तथा डेयरी के क्षेत्र में जबर्दस्त योगदान दिया। उपराष्ट्रति हामिद अंसारी ने अपने शोक संदेश में कहा कि कुरियन को दुनिया के सबसे बड़े डेयरी विकास कार्यक्रम ‘आपरेशन फ्लड’ का जनक होने का श्रेय जाता है। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘उन्होंने भारत में श्वेत क्रांति की शुरूआत की और भारत को दुनिया में सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक बनाया। अमूल ब्रांड की सफलता का श्रेय उन्हें जाता है।’ कुरियन के निधन पर शोक प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उन्हें भारत के सहकारिता आंदोलन और डेयरी उद्योग का आदर्श माना। कुरियन की पत्नी मॉली कुरियन को भेजे गए अपने शोक संदेश में सिंह ने कहा, ‘किसानों का कल्याण और कृषि उत्पादन तथा देश के विकास में उनके योगदान को मापा नहीं जा सकता है। कुरियन भारत के सहकारिता आंदोलन और डेयरी उद्योग के आदर्श थे।’ सिंह ने कहा, ‘बिचौलियों की बजाय किसान और उसके हितों को सर्वाधिक प्रमुखता देना उनका सबसे बड़ा योगदान था।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका व्यक्तिगत तौर पर कुरियन के साथ काफी अच्छा जुड़ाव रहा और उनकी दूरदर्शिता और दृष्टि से लाभ उठाया।

अमूल कॉपरेटिव ने आज ट्विटर पर कुरियन के निधन की घोषणा की। उसने कहा कि रात एक बजकर 50 मिनट पर श्वेत क्रांति के जनक डॉ. कुरियन गुजर गए। कुरियन गुजरात को-आपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के अध्यक्ष पद से हट गए थे जो अमूल चलाती है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनके उल्लेखनीय कार्य ने दुग्ध क्रांति लायी और भारत को बदल दिया एवं उन्होंने हम सभी के दिल के छू लिया। कुरियन की कर्मभूमि गुजरात ही थी।

विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों और कई अन्य गणमान्य हस्तियों ने कुरियन के निधन पर शोक जताया तथा देश के विकास में उनके योगदान को याद किया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि भारत को दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बनाने में डॉ. वर्गीज कुरियन का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनके निधन से न केवल गुजरात बल्कि पूरे देश को श्वेत क्रांति के क्षेत्र के अपूरणीय क्षति हुई है। कुरियन को पद्म भूषण तथा रमन मैगसायसे पुरस्कार समेत कई सम्मानों से सम्मानित किया गया था।

कुरियन के गृह राज्य केरल के मुख्यमंत्री ओम्मन चांडी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने भी कुरियन के निधन पर शोक व्यक्त किया। आडवाणी ने कहा, ‘श्री कुरियन के प्रयासों से ही हमारा देश दुनिया में बड़े दुग्ध उत्पादक देशों में एक बन पाया।’ गडकरी ने कहा कि श्वेत क्रांति के जनक कुरियन ने आणंद मिल्क यूनियन लिमिटेड की स्थापना की और उसे एशिया की सबसे बड़ी सहकारी डेयरी में तब्दील किया। राजनाथ सिंह ने कहा कि वह भारत में सहकारी आंदोलन की प्रमुख हस्तियों में एक थे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने कहा कि उनके निधन से भारत ने सहकारी आंदोलन के प्रति समर्पित कार्यकर्ता और एक कुशल प्रशासक खो दिया।

First Published: Sunday, September 9, 2012, 22:41

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