Last Updated: Thursday, January 5, 2012, 09:41
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली/पटना/लखनऊ : एनआरएचएम घोटाला में फंसे मायावती सरकार के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को भाजपा में शामिल किए जाने के निर्णय पार्टी चौतरफा हमलों से घिर गई है। विपक्षी दलों के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और एनडीए के घटक जेडीयू ने भी भाजपा के इस फैसले की आलोचना की है।
बसपा के दागी मंत्रियों को टिकट देने के कारण पहले ही आलोचनाओं में घिरी भाजपा को उसके शीर्ष संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में उसे साबित करना होगा कि वह सपा, बसपा या कांग्रेस से अलग है। संघ के मुखपत्र पांचजन्य में पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों पर विशेष लेख में कहा गया कि इस चुनाव में भाजपा को भी जनता के सामने साबित करना होगा कि वह सपा, बसपा और कांग्रेस से इतर सुशासन देने वाला विकल्प है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने उत्तर प्रदेश भाजपा में बसपा से हटाए गए पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को भाजपा में शामिल करने की निंदा की है। संघ के मुखपत्र पान्च्जन्य ने लिखा है कि देश के लोगों को चाहिए कि वो ऐसे लोगों को वोट नहीं करें जो पार्टी बदलते रहते हैं। मुखपत्र ने लिखा है कि लोगों को अपराधियों को वोट नहीं करना चाहिए।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाबू सिंह कुशवाहा को भाजपा में शामिल किया जाना गलत परंपरा को जन्म देना है। नीतीश ने इस मुद्दे पर भाजपा में अंतरकलह की बात भी सामने आने की बात कही। मालूम हो कि नीतीश यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचार करेंगे। नीतीश ने यह भी कहा कि हर राज्य में जेडीयू का भाजपा से गठबंधन जरूरी नहीं है। जेडीयू के अध्यक्ष व एनडीए के संयोजक शरद यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में दागियों को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। यदि ऐसे दागियों को टिकट दिया जाता है, मैं क्या कह सकता हूं। वे हमारे सहयोगी हैं। बस यही कह सकते हैं मुझे माफ करो।
वहीं, उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान (एनआरएचएम) घोटाले के सरगना बताए जा रहे पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को दल में शामिल करने के अपने फैसले का बचाव कर रही भाजपा पर उसके नेता योगी आदित्यनाथ ने तीखे आरोप लगाए हैं। आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में पार्टी का जनाधार बढ़ाने की कोशिश करने के बजाय राज्य से जुड़े वरिष्ठ भाजपा नेता पार्टी विचारधारा की लड़ाई को कमजोर करने में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में फायदा लेने के मायावती और मुलायम सिंह यादव की पार्टियों के भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल किया जा रहा है। यह पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। ऐसे लोगों को टिकट देना तो दूर उन्हें दल में शामिल ही नहीं किया जाना चाहिए। आदित्यनाथ ने आगाह किया कि अगर समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर दूसरे दलों से आए भ्रष्ट लोगों को टिकट दिया गया तो वह ऐसे उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार नहीं करेंगे और जरूरत पड़ने पर उन प्रत्याशियों का विरोध भी किया जाएगा।
टीम अन्ना ने भी बाबू सिंह कुशवाहा को भाजपा में शामिल किए जाने की निंदा की है। पहली बार भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए टीम अन्ना के अहम सदस्य संजय सिंह ने लखनऊ में कहा कि कुशवाहा को पार्टी में शामिल किया जाना साबित करता है कि भाजपा भी भ्रष्टाचारियों से रिश्ते जोड़ने में पीछे नहीं है।
First Published: Friday, January 6, 2012, 12:36