Last Updated: Monday, January 23, 2012, 10:35
कोलकाता : पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा है कि अगर ग्रामीण भारत कृषि से आगे जा कर सोचे तो रोजगार के अवसर बहुत बढ़ जाएंगे। कलाम ने कहा कि कुछ मामलों में, हमारे पास स्थानीय शिल्पकारी, ग्रामीण पर्यटन, ज्ञान आधारित उत्पादों और सेवा क्षेत्र आदि के अवसर हो सकते हैं। इस तरह से, विभिन्न अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने से बेहतर रोजगार सृजन में मदद मिलेगी और बेरोजगारी की समस्या से निपटने का उपाय भी मिलेगा।
देश में कृषि और उद्योग जैसे बहसयोग्य मुद्दे पर अपने विचार जाहिर करते हुए कलाम ने ईमेल पर दिए साक्षात्कार में कहा कि प्रत्येक क्षेत्र की सामर्थ्य शक्ति पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेशक, जब हम ग्रामीण संदर्भ में बात करते हैं तो कई अवसरों पर यह कृषि से संबंधित होगा लेकिन हर बार नहीं। पूर्व राष्ट्रपति ने इस बात पर अफसोस जताया कि शहरीकरण के दौरान देशी प्रौद्योगिकी विकसित करने अथवा क्षेत्र की सामर्थ्य पर बहुत ही कम ध्यान दिया जाता है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, January 23, 2012, 17:05