केंद्र की ईमानदारी पर संदेह था : मायावती

केंद्र की ईमानदारी पर संदेह था : मायावती

नई दिल्ली : बसपा प्रमुख मायावती ने सरकारी नौकरी कर रहे अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को पदोन्नति में आरक्षण का प्रावधान करने वाला विधेयक पारित नहीं हो पाने के लिए सरकार की निन्दा करते हुए गुरुवरा को कहा कि शुरुआत से ही उन्हें केंद्र की ईमानदारी को लेकर संदेह था।

मायावती ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि लोकसभा में केन्द्र ने इस विधेयक को लेकर पिछले दो दिन नाटकबाजी की। अगर सरकार ईमानदार होती तो जब कल विधेयक की प्रति छीनी गयी, उन्हें सपा सांसदों का निलंबन कर सदन में व्यवस्था कायम करने का प्रयास करना चाहिए था। मार्शलों का इस्तेमाल भी हो सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

मायावती के इन आरोपों से हालांकि संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने इंकार करते हुए कहा कि वह इस विधेयक पर लोगों को मनाने का प्रयास करेंगे। यह विधेयक बसपा या किसी पार्टी विशेष का नहीं बल्कि सरकार का है।

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि राज्यसभा में तो उसने विधेयक के पक्ष में मतदान किया लेकिन लोकसभा में उसने अडचनें डालीं।

First Published: Thursday, December 20, 2012, 21:01

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