Last Updated: Saturday, September 3, 2011, 05:50
नई दिल्ली. जन लोकपाल बिल पर सरकार को झुका देने वाली टीम अन्ना को अब केंद्र से एक और झटका लगा है. टीम अन्ना के सदस्य और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण को विशेषाधिकार हनन का नोटिस मिला है. प्रशांत भूषण ने भी स्पष्ट किया कि उन्हें यह नोटिस शनिवार को मिला है.
इस तरह भूषण अन्ना हजारे की टीम के ऐसे दूसरे सदस्य हैं, जिन्हें इस तरह का नोटिस प्राप्त हुआ है. इससे पहले अरविंद केजरीवाल को आयकर विभाग की ओर से बकाया भुगतान के लिए नोटिस जारी किया गया था.
भूषण ने कहा कि उन पर सांसदों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है और इस पर जवाब दाखिल करने को कहा गया है. उन्होंने इस नोटिस को पूरी तरह से अनुचित करार देते हुए कहा कि जनहित में सच बोलना विशेषाधिकार का हनन नहीं है.
भूषण ने कहा कि यदि जनहित में बोलना विशेषाधिकार हनन है, तब देश के लिए वक्त आ गया है कि संसदीय विशेषाधिकार की समूची धारणा की समीक्षा की जाए.
अपने भाषण में भूषण ने कहा था कि सांसद पैसे लेकर कानून पास करते हैं. भूषण को 14 सितंबर तक इस नोटिस का जवाब देना है.
इसके अलावा टीम अन्ना को एक और पलटवार का सामना करना पड़ सकता है. टीम अन्ना के खिलाफ दिल्ली पुलिस एफआईआर कर सकती है. यह एफआईआर रामलीला मैदान में अन्ना के 12 दिन के अनशन के दौरान कई शर्तें तोड़ने के आरोप में की जा सकती है.
कमला नगर पुलिस थाने में टीम अन्ना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती है. बताया जाता है कि इस पुलिस थाने की ओर से एसीपी ने अनशन के दौरान आयोजकों को आठ चेतावनी भरी चिट्ठी भी भेजी थी. इनमें से किसी भी पत्र का आयोजकों की ओर से जवाब नहीं दिया गया है.
वहीं, पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को सांसदों के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर शुक्रवार को विशेषाधिकार हनन नोटिस प्राप्त हुआ था.
First Published: Saturday, September 3, 2011, 12:13