केजरीवाल ने किया 'आम आदमी' पार्टी का गठन

केजरीवाल ने किया 'आम आदमी पार्टी' का गठन

केजरीवाल ने किया 'आम आदमी पार्टी' का गठननई दिल्ली : भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के राजनीतिक रास्ता अख्तियार करने के सवाल पर अन्ना हजारे से अलग होने के दो महीने बाद अरविंद केजरीवाल ने आज अपनी पार्टी का गठन किया और इसका नाम ‘आम आदमी पार्टी’ रखा। पार्टी का मकसद कानून निर्माण में ग्रामसभा को ज्यादा हिस्सेदारी देना और उच्चतर न्यायपालिका को आम आदमी के लिए ज्यादा सुलभ बनाना होगा।

पार्टी का गठन दिन भर चली बैठक के बाद किया गया जिसमें 320 के करीब लोग शामिल हुए। कंस्टीट्यूशन क्लब में हुई बैठक के दौरान पार्टी के संविधान को भी स्वीकार किया गया जिसमें देश में ‘स्वराज’ की स्थापना की बात कही गई। पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनावों के साथ अपनी चुनावी लड़ाई का आगाज करेगी। दिल्ली में अगले साल के आखिर में चुनाव होने हैं।

केजरीवाल ने संवाददाताओं को कहा, पिछले डेढ सालों से हमनें लोकपाल विधेयक को लेकर विभिन्न दलों का दरवाजा खटखटाया। लेकिन लोकपाल विधेयक पर सभी दल ने हमें धोखा दिया। इसलिए अगस्त में हुए उपवास के दौरान हमनें फैसला किया कि इस आंदोलन को राजनीतिक रास्ता अख्तियार करना चाहिए।

अरविंद केजरीवाल ने कहा, इसके परिणामस्वरूप आज आम आदमी पार्टी का गठन किया गया। आम आदमी अब चुनाव लड़ेगा, आम आदमी मतदान करेगा और आम आदमी संसद में बैठेगा। यह पार्टी देश में राजनीति और राजनीतिक दलों के कामकाज के तरीके को बदल डालेगी। आम आदमी’ के इस्तेमाल को लेकर कांग्रेस की कथित आपत्ति के बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले इस शब्द पर कब्जा किया था लेकिन वे आम आदमी पर कब्जा नहीं कर सके।

हजारे और केजरीवाल ने 19 सितंबर को पार्टी गठन के सवाल पर मतभेदों को लेकर अपने रास्ते अलग कर लिए थे। गांधीवादी कार्यकर्ता का रूख था कि आंदोलन को गैर राजनीतिक होना चाहिए।

केजरीवाल ने दो अक्तूबर को पार्टी गठन की घोषणा की और कहा कि इसका आधिकारिक गठन 26 नवंबर को होगा जिस दिन 1949 में देश के संविधान को स्वीकार किया गया था। उन्होंने कहा कि दृष्टि पत्र देश में स्व-शासन लाने की बात करता है और संविधान की प्रस्तावना को पूरी तरह लागू करने की मांग करता है।

केजरीवाल ने कहा, पंचायतें भ्रष्ट हो चुकी हैं। हम इसके बारे में बात नहीं कर रहे हैं। बाहरी सुरक्षा या विदेश नीति जैसे बड़े मुद्दों को छोड़कर हम ग्रामसभा, शहरों में मुहल्ला सभा की कानून निर्माण की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी चाहते हैं।

केजरीवाल ने कहा कि 320 सदस्यों की राष्ट्रीय परिषद के गठन के बाद 23 सदस्यों का चयन राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर जिला समिति से एक एक सदस्य को शामिल कर परिषद को विस्तार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यकारी समिति में 20 सदस्य होंगे और जल्द ही रिक्त सीटों को भर लिया जाएगा।

केजरीवाल ने कहा, हमें देखना होगा कि समिति में सभी वर्ग को स्थान मिले। अगर पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक आदि को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलता है तो हम पांच और सदस्य को शामिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में दो तरह के सदस्य होंगे - साधारण और सक्रिय सदस्य। कोई भी तीन साल के लिए 10 रूपये का शुल्क देकर साधारण सदस्य बन सकता है और कोई भी साधारण सदस्य जो पार्टी और राष्ट्र के लिए चार महीने अथक काम कर सक्रिय सदस्य बन सकता है।

उन्होंने कहा, किसी को सक्रिय सदस्य बनाने का फैसला समिति करेगी। भारतीय राजनीति के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि अगर कोई प्रदेश कार्यकारिणी या राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद का सदस्य बनता है तो किसी परिषद में उसके संबंधियों को जगह नहीं दी जाएगी। (एजेंसी)

First Published: Saturday, November 24, 2012, 14:47

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