Last Updated: Sunday, November 4, 2012, 14:35
नई दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ट्वीट किया कि एक बुजुर्ग ग्रामीण ने उनके अभियान को 15,000 रुपये का आर्थिक सहयोग दिया। केजरीवाल ने यह ट्वीट ऐसे समय में किया है, जब एक प्रमुख दैनिक अखबार ने राजनेताओं और बड़े व्यापारिक घरानों के खिलाफ उनके अभियान पर निशाना साधते हुए कहा है कि उनके इस अभियान को कॉरपोरेट घराने ही सहयोग कर रहे हैं।
मेल टूडे ने लिखा है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएएसी) के कार्यकर्ता केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी सहित राजनीतिज्ञों के खिलाफ लगातार खुलासे कर रहे हैं, और उनके इस अभियान से हर कोई यह जानने को उत्सुक है कि अगला निशाना कौन होगा। लेकिन केजरीवाल के इस अभियान को रसद व्यापारियों और बैंकरों के एक समूह से प्राप्त हो रही है।
अखबार ने लिखा है कि राजनीतिज्ञों और बड़े व्यापारियों के खिलाफ अरविंद केजरीवाल के गुरिल्ला युद्ध को बड़ी कॉरपोरेट हस्तियों द्वारा प्रायोजित किया गया है, जिन्होंने उनके पब्लिक कॉस रिसर्च फाउंडेशन को चंदे दिए हैं। अखबार ने लिखा है कि सभी तरह के भ्रष्टाचार के खिलाफ झंडा बुलंद करने वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन को वाकई में पब्लिक कॉज रिसर्च फाउंडेशन से मदद मिल रही है। और यदि आपको इस बात पर आश्चर्य हो रहा हो कि आंदोलन को ऊर्जा कहां से मिल रही है तो आप जान लीजिए कि यह व्यापारियों और बैंकरों के एक समूह से मिल रही है।
अखबार ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल और उनके साथी प्रशांत भूषण से फोन और एसएमएस के जरिए सम्पर्क करने की बार-बार कोशिश की गई, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो पाए। केजरीवाल के करीबी सहयोगी और पब्लिक कॉज रिसर्च फाउंडेशन के ट्रस्टी मनीष सिसोदिया ने अखबार से कहा कि नारायणमूर्ति जैसे कुछ कॉरपोरेट हस्तियों ने हमें सक्रिय सहयोग दिया है। उनके पास कुछ अच्छे विचार हैं और आर्थिक सहयोग के अलावा भी वह सक्रिय रुचि लेते हैं। वह हमारे आरटीआई पुरस्कार के निर्णायक मंडल के सदस्य भी हैं।
केजरीवाल ने लगता है कि मेल टूडे की रपट को रविवार के अपने ट्वीट में नजरअंदाज कर दिया है। उन्होंने सिर्फ इतना लिखा है, "बागपत के रुस्तमपुर गांव से एक बहुत बूढ़ा व्यक्ति आया है। वह 15000 रुपये का चंदा लेकर आया है। गरीब ग्रामीण ने छोटा सा योगदान किया। मैं भावुक हो गया।
केजरीवाल ने आगे लिखा है, "उसकी धनराशि से ज्यादा अनमोल उसका आशीर्वाद है। लाखों लोगों का आशीर्वाद और उनकी भागीदारी से निश्चितरूप से देश बदल जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 4, 2012, 14:35