Last Updated: Saturday, November 24, 2012, 00:20
नई दिल्ली : सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने सरकार द्वारा गुपचुप तरीके से रंजीत सिन्हा को नया सीबीआई निदेशक चुनने पर शुक्रवार को सवाल खड़ा किया और दावा किया कि वह दागी व्यक्ति हैं।
उन्होंने कहा कि सिन्हा का चयन केवल यह दर्शाता है कि ‘आज भी सरकार सभी परिस्थितियों में सीबीआई का अपने राजनीतिक लाभों के लिए इस्तेमाल करना चाहती है।’
केजरीवाल और भूषण ने आरोप लगाया गया है कि सिन्हा की ईमानदारी पर सवाल उठ चुका है और उन्हें पटना उच्च न्यायालय ने तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पक्षधरता करने को लेकर फटकार लगाई थी।
केजरीवाल ने आरोप लगाया,‘सरकार एक दागी व्यक्ति को नियुक्त करना चाहती है जिसकी वह अपने लाभों के लिए बाहें मरोड़ सकती है।’ भूषण ने दावा किया कि सरकार ने गुपचुप तरीके से और अपनी इच्छा के अनुसार नए सीबीआई प्रमुख की नियुक्ति की जिनकी ईमानदारी पर पहले सवाल उठ चुका है।
सिन्हा की नियुक्ति पर विवाद खड़ा हो चुका है क्योंकि भाजपा ने कहा है कि इसे फिलहाल रोका जाए। भाजपा ने लोकपाल पर राज्यसभा के पैनल की इस सिफारिश का हवाला दिया है कि सीबीआई प्रमुख का चयन एक कॉलेजियम करे।
हालांकि सरकार ने कहा है कि 1974 बैच के आईपीएस अधिकारी का चयन उचित प्रक्रिया के बाद निष्पक्ष तरीके से किया गया है और प्रधानमंत्री को एक नाम तय करने का अधिकार है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 24, 2012, 00:20