Last Updated: Sunday, February 26, 2012, 14:57
नई दिल्ली : टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल के संसद में बलात्कारियों, हत्यारों और लुटेरों के बैठे होने के विवादास्पद बयान पर पार्टियों ने कहा कि उनके इस घृणित बयान से लगता है कि उनका लोकतंत्र और संविधान में कोई विश्वास नहीं है।
केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में शनिवार को कहा था, इस संसद में 163 सदस्यों के खिलाफ जघन्य अपराध के मामले हैं। इस संसंद में बलात्कारी बैठे हुए हैं, हत्यारे और लुटेरे बैठे हुए हैं। हम कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि संसद में जन लोकपाल विधेयक पारित होगा? आप कैसे उम्मीद रख सकते हैं कि आप गरीबी और भ्रष्टाचार को रोक सकते हैं। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि यह संसद और सांसदों तथा विधायकों को चुनने वाली जनता का अपमान है।
इन बयानों से लोकतंत्र के कमजोर होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया को इसे लोकप्रियता नहीं देनी चाहिए। अल्वी ने कहा, संसद में उन लोगों का बहुमत है जो देश के लिए कुछ भी कर सकते हैं। वे वहां कड़ी मेहनत, से पहुंचे हैं। इस तरह के बयान न सिर्फ लोकतंत्र और संसद बल्कि देश की जनता का भी अपमान करते हैं। भाजपा ने इसे खारिज करते हुए कहा कि इस तरह का बयान भारतीय लोकतंत्र, संविधान और संसद के खिलाफ है और अहंकारपूर्ण व्यवहार को दर्शाता है।
भाजपा महासचिव मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, खुद को ईमानदार बताने के लिए कुछ लोग ऐसा माहौल बनाते हैं कि पूरी दुनिया बेईमान है। इस तरह के बयान दर्शाते हैं कि उन लोगों को भारतीय लोकतंत्र, भारतीय संविधान और संसद में कोई विश्वास नहीं है। संसद में मौजूद कुछ लोगों के खराब रिकार्ड की बात स्वीकार करते हुए नकवी ने कहा कि उनके लिए आप अपनी संसदीय प्रणाली या लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, यह व्यवहार अस्वीकार्य है। लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान ने केजरीवाल की टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना करते हुए कहा, यह लोकतंत्र पर हमला है। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। पासवान ने उनके साथ मंच साझा करने वाले राजनीतिक दलों और नेताओं की भी आलोचना की। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 26, 2012, 20:27