Last Updated: Tuesday, July 30, 2013, 14:35

जौनपुर: जनतंत्र यात्रा पर पहुंचे समाज सेवी अन्ना हजारे ने कभी उनके सबसे खास सहयोगी रहे अरविंद केजरीवाल से अब किसी संबंध से इंकार किया है।
हजारे ने संवाददाताओं से बातचीत में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि राजनीतिक दल बनाने के बाद मेरा उनसे कोई सरोकार नहीं है। देश में जनतंत्र की मौजूदा हालात से निराश हजारे ने कहा कि देखा जाये तो आज हमारे देश मे जनतंत्र है ही नहीं, क्योंकि व्यवस्था पर सरकारी अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं का कब्जा है तथा आम आदमी की बात कहीं सुनी नहीं जा रही है।
उन्होंने कहा कि जनतंत्र की कुंजी आम जनता के हाथ में है, जिस दिन जनता साफ छवि के ईमानदार उम्मीदवारों को चुनने लगेगी। देश में सही अर्थों में जनतंत्र आ जायेगा। हजारे ने भ्रष्टाचार पर अंकुश के लिए लोकपाल कानून बनाने के बारे में केन्द्र सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के कारण महंगाई बढी है। देश में विकास के एक रूपये का दस पैसा भी सही काम में नहीं लगता है। लोकपाल बन जाने के बाद भ्रष्टाचार में कम से कम 60-65 प्रतिशत तक की कमी जरूरी लायी जा सकती है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 30, 2013, 14:35