Last Updated: Friday, July 19, 2013, 10:34

नई दिल्ली : केदारनाथ में आई भीषण बाढ़ से मंदिर के प्रभावित होने के बारे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग देहरादून सर्कल के आर्कियोलाजिस्ट ने कहा है कि मंदिर की ढांचागत स्थिरता को कोई खतरा नहीं है।
सुपरीटेंडेंट आर्कियोलाजिस्ट अतुल भार्गव ने कहा कि बाढ़ के बाद मंदिर किसी तरह से असुरक्षित नहीं है। उसकी ढांचागत स्थिरता के लिए कोई खतरा नहीं है। जहां से पत्थर हटे हैं, उन्हें दोबारा लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की टीम के दौरे के बाद तय किया जाएगा कि पुराने पत्थरों को दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है या नहीं।
बाढ़ के बाद जगह जगह निशान भी पड़े हैं जिनकी मरम्मत की जाएगी। मंदिर काफी मजबूत है और उसे कोई खतरा नहीं है। भार्गव ने यह भी कहा कि अभी कोई समय सीमा तय नहीं की जा सकती कि मरम्मत में कितना समय लगेगा। उन्होंने कहा कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। विशेषज्ञों की टीम के दौरे के बाद ही बताया जा सकेगा कि मरम्मत में कितना समय लगेगा। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 19, 2013, 10:34