Last Updated: Tuesday, September 11, 2012, 20:46

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: कोयला ब्लॉक आवंटन पर कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बीजेपी के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि बीजेपी इस बारे में भ्रम फैला रही है और मेरे बारे में झूठी बात फैला रही है।
उन्होंने बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद पर निशाना साधा और कहा कि अगर मैंने किसी की सिफारिश पर कोयला ब्लॉक आवंटित किया है तो वह सिफारिश मुझे दिखाएं। उन्होंने कहा कि रविशंकर प्रसाद मेरे बारे में झूठ फैला रहे हैं और मैं उन्हें मुझपर आरोप साबित करने की चुनौती देता हूं।
श्रीप्रकाश ने कहा कि मैने बतौर कोयला मंत्री कोई भी कोल ब्लॉक आवंटित नहीं किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 1993 से 2009 तक 195 कोल ब्लॉक आवंटित किए और एनडीए के शासनकाल में 32 कोल ब्लाक आवंटित किए गए और 2009 के बाद कोई भी कोल ब्लाक आवंटित नहीं किया गया। अगर 2009 के बाद कोई कोल ब्लॉक आवंटित ही नहीं हुआ तो मैंने किसी कोल ब्लाक को कैसे आवंटित किया।
जायसवाल ने कहा कि अगर संसद में बहस होती तो इस मसले से जुड़ा हर सच सामने आ जाता। उन्होंने एक बार फिर कहा कि कोल ब्लाक आवंटन पर सीएजी की रिपोर्ट सही नहीं है।
इससे पहले मंगलवार को ही बीजेपी ने आरोप लगाया कि कोयला ब्लाक आवंटन में कथित भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का सिरा प्रधानमंत्री के दरवाज़े तक जाता है, इसलिए सभी 142 आवंटन रद्द कर पूरे मामले की केन्द्रीय सतर्कता आयोग के तहत गठित विशेष जांच दल से तहकीकात कराई जाए।
पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने यहां कहा, कि कोयला आवंटन मामले में स्क्रीनिंग कमेटी की आखिरी बैठक 2008 में हुई थी। लेकिन उसके बाद 2009 से 2011 तक 36 निजी कंपनियों को 17 कोयला ब्लाक आवंटित कर दिए गए। इनमें से कुछ समय प्रधानमंत्री ही कोयला विभाग के प्रभारी रहे।’’ उन्होंने कहा कि ऐसा तब हुआ जब कोयला ब्लाक का प्रतिस्पर्धी बोली के जरिए आवंटन किए जाने का नियम बन चुका था।
First Published: Tuesday, September 11, 2012, 17:48