Last Updated: Sunday, March 25, 2012, 13:26
नई दिल्ली : टीम अन्ना के वरिष्ठ सदस्य और पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने रविवार को कहा कि कोई भी राजनीतिक दल ऐसा लोकपाल कानून नहीं चाहती जो देश की आंकाक्षा पर खरा उतरे। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई है जिसमें हमें यह सुनिश्चित करना है कि देश की संसद सही अर्थ में जनआकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करे।
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार पहले ही हिली हुई है और इस आंदोलन ने सरकार की चूलें हिला दी हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी मैंने इस आंदोलन की तुलना आपातकाल से की है और हालिया विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ दल की हार से यह बात साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि अन्ना गांधी की तरह फकीर हैं और इसलिए उन्हें लोगों का समर्थन प्राप्त है। भूषण ने कहा कि कांग्रेस सरकार की मजबूरी है कि वह इस विधेयक को पारित नहीं कर सकती क्योंकि अगर यह विधेयक पारित हो गया तो उसके कई मंत्री जेल चले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पहले ऐसा लगता था कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ईमानदार हैं लेकिन 10.70 लाख करोड़ के कोयला घोटाले के बाद यह धारणा बदली है क्योंकि वह खुद भी कोयला मंत्री रह चुके हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 25, 2012, 18:57