कोयले पर पांचवे दिन भी नहीं चली संसद

कोयले पर पांचवे दिन भी नहीं चली संसद

नई दिल्ली: कोयला ब्लाक आवंटन पर कैग रिपोर्ट को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग पर अडे विपक्ष ने आज लगातार पांचवे दिन संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी। दोनों सदनों में भारी हंगामे के बीच प्रधानमंत्री ने निजी कंपनियों को 1.86 लाख करोड रूपये फायदा पहुंचाने संबंधी कैग के आकलन को विवादास्पद और अनियमितताओं के आरोपों को सरासर बेबुनियाद बताया।

कैग की रिपोर्ट पर पिछले हफ्ते से ही संसद में जारी विपक्ष के हंगामे के बीच सिंह ने संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर दिए अपनी ओर से दिये बयान में कहा, मैं माननीय सदस्यों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि रिपोर्ट में उल्लिखित अवधि में से कुछ समय के लिए कोयला मंत्रालय का प्रभारी मंत्री होने के नाते मैं मंत्रालय के निर्णयों की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। मैं कहना चाहता हूं कि अनियमितताओं के जो भी आरोप लगाए गए हैं वे तथ्यों पर आधारित नहीं हैं और सरासर बेबुनियाद हैं।’’ दोनों ही सदनों में भाजपा सदस्यों के भारी हंगामे के कारण प्रधानमंत्री अपना पूरा बयान नहीं पढ़ पाए और कुछ भाग पढ़ने के बाद उन्होंने उसे सदन के पटल पर रख दिया।

लोकसभा में सुबह 11 बजे बैठक शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया जिसके चलते करीब पांच मिनट बाद ही बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले कार्यवाही शुरू होने पर सदन में वरिष्ठ अभिनेता ए के हंगल को श्रद्धांजलि दी गयी।

फिर लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने प्रश्नकाल शुरू करने को कहा। लेकिन भाजपा सदस्य कोयला ब्लाक आवंटन में कथित अनियमितताओं पर कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करने लगे। शिवसेना और जदयू के सदस्यों को भी कोयला ब्लाक आवंटन का मुद्दा उठाते देखा गया।

नारेबाजी, शोरगुल और भारी हंगामे के कारण दोनों ही सदनों में प्रश्नकाल नहीं हो सका। लोकसभा की बैठक दो बार और राज्यसभा की बैठक तीन बार के स्थगन के बाद अंतत: कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करनी पडी। (एजेंसी)

First Published: Monday, August 27, 2012, 16:12

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