Last Updated: Saturday, October 29, 2011, 17:56
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली : अनेक मुद्दों पर आरोपों का सामना कर रहे अन्ना हजारे के तीन प्रमुख सहयोगी रविवार को उनसे रालेगण सिद्धी में मुलाकात करेंगे और शनिवार को कोर कमेटी की बैठक में हुई चर्चा के बारे में जानकारी देंगे। इससे पहले आज की बैठक के बाद टीम अन्ना ने एक बार फिर सरकार विरोधी राग अलापते हुए कहा कि शीतकालीन सत्र में लोकपाल विधेयक संसद में पास नहीं किया गया तो हिसार की तरह का अभियान जारी रहेगा।
बेठक में आम सहमति से प्रस्ताव पारित कर कोर कमेटी को भंग करने की अटकलों को खारिज कर दिया गया। अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण और किरण बेदी शनिवार देर रात अन्ना के गांव रालेगण सिद्धी के लिए रवाना हो गए जहां अन्ना हजारे मौन व्रत पर हैं।
बैठक के बाद केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि वह और भूषण अन्ना को बैठक के बारे में जानकारी देने के लिए रालेगण सिद्धी जाएंगे। लेकिन बाद में किरण बेदी ने ट्वीटर पर लिखा कि वह भी दोनों के साथ अन्ना के गांव जाएंगी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘अरविंद और प्रशांत के साथ हम अन्नाजी से मिलने के लिए रालेगण सिद्धी के रास्ते में हैं ताकि आगे उनका मार्गदर्शन लिया जा सके।’ तीनों सदस्यों पर लगे अलग-अलग आरोपों के बाद उनकी अन्ना से यह पहली मुलाकात होगी।
इससे पहले कोर कमेटी की यहां हुई बैठक में आम सहमति से फैसला किया गया कि इसे भंग नहीं किया जाएगा। बैठक में पारित प्रस्ताव के बारे में संवाददाताओं से बातचीत में टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘कोर कमेटी को भंग करने का सवाल ही नहीं उठता।’ कश्मीर पर दिए गए बयान के बाद विवाद में आए प्रशांत भूषण को टीम में रखने या नहीं रखने के सवाल पर अरविंद ने कहा, ‘हम सब बंद मुट्ठी की तरह साथ हैं।’
उन्होंने केंद्र की संप्रग सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सरकार जन लोकपाल के मुद्दे से देश का ध्यान बंटाने के लिए और आंदोलन की छवि खराब करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है और कोर कमेटी के सदस्यों पर हमले कर रही है। इसका हम मजबूती से जवाब देंगे और देश का ध्यान लोकपाल के मुद्दे से नहीं हटने देंगे।’
केजरीवाल ने वित्तीय गड़बड़ी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आर्थिक सहयोग देने वालों से चैक पीसीआरएफ के नाम लिए जाते रहे हैं और इसका पूरा विवरण आंदोलन की वेबसाइट पर मौजूद है। कोर कमेटी में बदलाव या विस्तार के सवाल पर टीम के सदस्य प्रशांत भूषण ने कहा कि टीम के पुनर्गठन और उसे मजबूती प्रदान करने की गुंजाइश हमेशा बनी रहेगी और भविष्य में आवश्यकतानुसार ऐसा किया जाएगा लेकिन फिलहाल इसकी जरूरत नहीं लगती।
सदस्यों के बीच कोई मतभेद नहीं होने पर जोर देते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘बैठक में सदस्यों का विचार था कि लाखों स्वयंसेवकों ने कोर कमेटी के सदस्यों के साथ मिलकर आंदोलन में अहम भूमिका निभाई है और कमेटी को भंग करने की जरूरत नहीं है।’ टीम से दो प्रमुख सदस्यों राजेंद्र सिंह और पीवी राजगोपाल के इस्तीफों के संदर्भ में केजरीवाल ने कहा कि बैठक में भी इस विषय पर चर्चा हुई और सभी सदस्यों को खेद है कि दोनों सदस्यों ने टीम से अलग होने की जानकारी मीडिया में दी। इसके बजाय उन्हें कमेटी के सदस्यों के साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए थी।
First Published: Sunday, October 30, 2011, 09:40