Last Updated: Sunday, September 2, 2012, 12:36

नई दिल्ली : कोल ब्लॉक आवंटन में कथित घोटाले को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग पर अड़ी भाजपा में ही मतभेद सामने आ गए हैं। प्रधानमंत्री के इस्तीफे को लेकर लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के रूख में नरमी देखी जा रही है वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली पीएम के इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। सुषमा स्वराज ने टि्वटर पर पार्टी का रूख जाहिर करते हुए लिखा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनसे फोन पर बात की थी।
सोनिया गांधी चाहती थीं कि भाजपा बहस के लिए तैयार हो जाए ताकि संसद में जारी गतिरोध खत्म हो जाए। इसके जवाब में सुषमा ने कहा कि सरकार पहले कोल ब्लॉक का आवंटन रद्द करे और निष्पक्ष जांच कराए तभी भाजपा बहस के लिए तैयार होगी। गौर करने वाली बात ये है कि इस ट्वीट में सुषमा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे का जिक्र नहीं किया जबकि कोल ब्लॉक आवंटन में भाजपा लगातार पीएम के इस्तीफे की मांग करती रही है।
उधर आडवाणी ने भी अपने ब्लॉग में प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग का जिक्र नहीं किया है। आडवाणी ने संसद में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की ओर से जारी कोल ब्लॉक के आवंटन को रद्द किए जाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। गौरतलब है कि इस मुद्दे पर हंगामे के चलते पिछले दो हफ्ते से संसद की कार्यवाही बाधित है।
First Published: Sunday, September 2, 2012, 12:36