कोलगेट और रेलगेट की विस्तृत जांच हो: वामदल

कोलगेट और रेलगेट की विस्तृत जांच हो: वामदल

नई दिल्ली : वामदलों ने केंद्रीय मंत्रियों पवन कुमार बंसल और अश्विनी कुमार के त्यागपत्र देने के बाद कोयला ब्लाक आवंटन घोटाला और रेल मंत्रालय में रिश्वत मामले की विस्तृत जांच कराने की आज मांग की। माकपा और भाकपा ने सरकार और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पहले दोनों से त्यागपत्र नहीं मांगकर उसने ‘हठ’ दिखाया और बजट सत्र के दूसरे चरण में संसद को बाधित होने से रोकने के प्रयास नहीं किये।

माकपा नेता नीलोत्पल बसु ने कहा, ‘उन्होंने कुमार और बंसल से पहले पद छोड़ने के लिए नहीं कहकर संसद का बड़ा नुकसान पहुंचाया है।’ माकपा के वरिष्ठ नेता बासुदेव आचार्य ने कहा कि सरकार की ‘जिद से बजट सत्र का दूसरा चरण पूरी तरह से बर्बाद हो गया।’ उन्होंने कहा, ‘यदि कांग्रेस पार्टी दोनों मंत्रियों के त्यागपत्र की विपक्ष की मांग मान लेती तो संसद की कार्यवाही को तय कार्यक्रम से दो दिन पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित नहीं करना पड़ता।’

कुमार के उस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि उन्होंने पद से त्यागपत्र ‘अनावश्यक’ विवाद समाप्त करने के लिए दिया, आचार्य ने कहा, ‘यह उनकी निजी धारणा हो सकती है लेकिन लोगों की धारणा अलग है। कोयला घोटाले पर सीबीआई की जांच रिपोर्ट को देखने और उसमें परिवर्तन करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अभ्यारोपित किया है। इस रिपोर्ट का मर्म बदलने के लिए अकेले वह ही जिम्मेदार हैं।’ बसु ने कहा कि सीबीआई जांच के जरिए ‘कोयला घोटाले के साथ ही रेलवे रिश्वत मामले के लिए जिम्मेदार कारकों को सामने लाया जाना चाहिए। दोनों मामलों में अंतर्संबंध का भी खुलासा होना चाहिए।’

भाकपा ने भी एक बयान में सरकार पर यह कहते हुए निशाना साधा कि ‘यदि यह बुद्धिमता पहले आ जाती तो बजट सत्र का दूसरा चरण बर्बाद होने से बच जाता। कांग्रेस ने झूठी प्रतिष्ठा के चलते त्यागपत्र लेने का निर्णय देर से किया।’ बयान में कहा गया, ‘संप्रग-2 के लिए यह बहुत ही शर्म की बात है कि एक के बाद एक इतने घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ रहे हैं। गत कुछ वर्षों में सात मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोपों में त्यागपत्र देना पड़ा है जबकि एक की मंत्रालय में वापसी हो गई है।’ भाकपा ने भी कोयला घोटाले पर सीबीआई की जांच रिपोर्ट में प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा ‘बदलाव’ करने की पूरी तरह से जांच की मांग के साथ ही सीबीआई को एक ‘स्वतंत्र और स्वायत्तशासी’ बनाने की दिशा में कदम उठाने की मांग की। (एजेंसी)

First Published: Saturday, May 11, 2013, 20:45

comments powered by Disqus