Last Updated: Monday, September 17, 2012, 19:43
नई दिल्ली: कोयला ब्लाक आवंटन में अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए सीबीआई ने एएमआर आयरन एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अरविन्द जायसवाल से आज उनकी कंपनी को महाराष्ट्र के बांदेर कोयला ब्लाक के आवंटन में कथित तौर पर गलत जानकारी देने और तथ्यों को छिपाने के सिलसिले में पूछताछ की।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि जायसवाल एजेंसी के यहां स्थित मुख्यालय में पूर्वाह्न करीब 11 बजे पहुंचे और शाम सात बजे तक उनसे पूछताछ की गयी।
सूत्रों ने कहा कि आवंटन से जुड़े कई दस्तावेजों को लेकर उससे पूछताछ की गयी। उससे कोयला ब्लाक आवंटन के सिलसिले में उसकी कोयला राज्य मंत्री से हुई कथित मुलाकात के बारे में पूछताछ की गयी।
कंपनी से संपर्क करने की कई बार कोशिश की गयी लेकिन प्रयास निष्फल रहे।
जांच एजंेसी की प्राथमिकी में जायसवाल का नाम लिया गया है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने तथ्यों को छिपाया और गलत तरीके से पेश किया कि उसके समूह की फर्मों को पहले ही कोयला ब्लाक आवंटित हो चुके हैं तथा वह वित्तीय रूप से ब्लाक पाने की योग्यता रखती है।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एजेंसी कंपनी के अन्य निदेशकों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है जिसमें उसके भाई मनोज तथा कांग्रेस सांसद विजद दर्डा के पुत्र देवेन्द्र शामिल है। वे भी कंपनी के खिलाफ मामले में आरोपी हैं।
जायसवाल से इन आरोपों के सिलसिले में पूछताछ की गयी है कि कंपनी ने ब्लाक हासिल करने के मकसद से कथित तौर पर वित्तीय योग्यता साबित करने के लिए यह गलत दावा किया कि उसने लोकमत समूह और आईएलएफस के साथ मिलकर विशेष कंपनी का गठन प्रस्तावित किया है। उसने प्रस्तावित विशेष कंपनी के संयुक्त नेटवर्थ को कंपनी का नेटवर्थ बताया। विजय दर्डा ने अपने खिलाफ सभी आरोपों से इंकार किया है।
सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने गलत ढंग से और जानबूझ कर इस तथ्य को छिपाया कि उसके समूह की कंपनियों को पहले ही पांच ब्लाक आवंटित किये जा चुके हैं। इसके पीछे मकसद यह था कि इस बारे में पड़ताल से बचा जा सके क्योंकि ऐसा होने पर उसका दावा कमजोर पड़ जायेगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 17, 2012, 19:43