Last Updated: Tuesday, January 17, 2012, 16:06
नई दिल्ली : विधानसभा चुनाव वाले राज्य उत्तर प्रदेश में हाथी की मूर्तियों को ढ़कने पर चल रही बहस के बीच गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार आश्चर्य व्यक्त किया कि क्या गणतंत्र दिवस परेड में हाथी की सवारी भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
मोदी ने उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी के निशान हाथी के संदर्भ में चुनाव आयोग की कार्रवाई पर ट्विटर पर लिखा है, केंद्र वीरता पुरस्कार पाने वाले बच्चों को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान हाथी की सवारी कराता है। क्या यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है।
मुख्यमंत्री ने पूछा, क्या कांग्रेस (परेड) से हाथी हटा लेगी। फिर लाईव टीवी प्रसारण का क्या होगा। बिल्कुल ही बकवास बात है। उल्लेखनीय है कि मायावती ने 2002 के गुजरात विधानसभा चुनाव में मोदी के पक्ष में प्रचार किया था। यह चुनाव गोधरा दंगे के बाद हुआ था और उस समय बसपा प्रमुख मायावती राष्ट्रीय राजतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा थीं।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने चुनाव आयोग के आदेश का माखौल उड़ाने को बिल्कुल खारिज कर दिया और कहा कि यह सरकारी धन से मूर्तियों के निर्माण से जुड़ा मुद्दा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने राजग शासन के दौरान भी तत्कालीन प्रधानमंत्री की तस्वीरों को लेकर ऐसा ही निर्देश दिया था।
प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र को सार्वजनिक करने पर मोदी के खिलाफ दायर जनहित याचिकाएं उच्च न्यायालय की ओर से खारिज होने पर सिंघवी ने कहा कि कानूनी गुणदोष के आधार पर इसे सही तरीके से खारिज किया गया। मोदी ने लोकायुक्त की नियुक्ति के मुद्दे पर राज्यपाल को हटाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 17, 2012, 21:36