Last Updated: Thursday, July 4, 2013, 14:49

गुवाहाटी : खाद्य सुरक्षा अध्यादेश को जल्दबाजी में मंजूरी दिये जाने की तीखी आलोचना करते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि संप्रग सरकार 2014 के आम चुनाव से पहले हड़बड़ी में राजनीतिक हथकंडा आजमा रही है। भाजपा अध्यक्ष ने आश्चर्य व्यक्त किया कि सरकार ने संसद में ऐसे गंभीर विधेयक पर चर्चा कराने की बजाए अध्यादेश का मार्ग क्यों अपनाया।
सिंह ने कहा, ‘ लोकसभा का चुनाव करीब है । कांग्रेस नीत संप्रग सरकार इसे देखते हुए लोकलुभावन कदम उठा रही है। खाद्य सुरक्षा विधेयक ऐसा ही एक कदम है।’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘ वे इसे अध्यादेश के जरिये ला रहे हैं। यह जल्दबाजी में लाया गया राजनीतिक हथकंडा है।’ भाजपा अध्यक्ष ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि पिछले नौ वर्ष में सरकार को इसे लाने और संसद में चर्चा कराने से कौन रोक रहा था। भाजपा इस विषय पर चर्चा करना चाहती है।
राजनाथ ने कहा, ‘ इस विधेयक में कुछ खामियां हैं। हम इसे कुछ संशोधन के साथ पारित कराना चाहते हैं। हम इस पर चर्चा करना चाहते हैं।’ खाद्य सुरक्षा पर अध्यादेश के तहत देश की दो तिहाई आबादी को 1 से 3 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से प्रतिमाह 5 किलोग्राम खाद्यान्न पाने का अधिकार है।
केंद्रीय कैबिनेट ने इस विधेयक को लागू करने के लिए अध्यादेश को मंजूरी दी है हालांकि इस मुद्दे पर मतभेद के चलते पिछले महीने निर्णय को टाल दिया गया था।
इस कार्यक्रम के लागू होने पर यह दुनिया का सबसे बड़ा कार्यक्रम होगा जिसके तहत 6.2 करोड़ टन चावल, गेहूं और मोटा अनाज की 67 प्रतिशत आबादी को आपूर्ति करने पर 1,25,000 करोड़ रूपये सालाना का खर्च आयेगा।
सिंह ने इशरत जहां मुठभेड़ मामले में गुजरात सरकार का बचाव करते हुए कहा, ‘ देश में 2003 से पहले 3000 मुठभेड़ें हुईं ,लेकिन राजनीतिक फायदा उठाने के लिए इस मामले को उछाला जा रहा है।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 4, 2013, 14:49