खेल संघों में राजनीति - Zee News हिंदी

खेल संघों में राजनीति

नई दिल्ली. जब से राष्ट्रीय खेल विधेयक कैबिनेट के पास आया है, इस पर घमासान मचा हुआ है. खेलमंत्री और राज्य संघों के प्रमुख आमने- सामने हैं और जम कर बयानाबाजी भी हो रही है. अगर बीसीसीआई से लेकर राज्य खेल संघों के प्रमुख पर नजर डालें तो सभी जगह राजनेता ही दिखते हैं.

 

कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ और हैदराबाद क्रिकेट संघ को अपवाद कहा जा सकता है जिनके अध्यक्ष क्रम से अनिल कुंबले और अरशद अयूब हैं जो पूर्व में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इसके अलावा उड़ीसा क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद पर काबिज रंजीब विस्वाल भी प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रहे हैं. कैबिनेट ने जब प्रस्तावित खेल विधेयक को नामंजूर किया तो उसमें आईसीसी अध्यक्ष शरद पवार के अलावा जम्मू एवं कश्मीर क्रिकेट संघ के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, राजस्थान के सी पी जोशी और मुंबई क्रिकेट संघ के विलासराव देशमुख भी उपस्थित थे जिन्होंने इसका विरोध किया.

खेल मंत्री अजय माकन बीसीसीआई से जुड़े इन राजनीतिज्ञों के रवैए से ही खफा थे. वह विभिन्न क्रिकेट संघों में क्रिकेटरों की 25 प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'बीसीसीआई को कार्यकारी बोर्ड में खिलाड़ियों की 25 प्रतिशत भागीदारी और आरटीआई का विरोध नहीं करना चाहिए.' पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव पहले भी क्रिकेट प्रशासन में राजनीतिज्ञों की बहुत अधिक दखलदांजी का विरोध करते रहे हैं. लेकिन अब भी आलम यही है कि अधिकतर राज्य क्रिकेट संघों पर या तो राजनीतिज्ञ या व्यवसायी काबिज हैं. भारतीय क्रिकेट के भावी अध्यक्ष एन श्रीनिवासन मूल रूप से व्यवसायी हैं जबकि वर्तमान अध्यक्ष शशांक मनोहर भी वकालत से जुड़े हुए हैं.

इनके पूर्व शरद पवार, रणबीर सिंह महिंद्रा, जगमोहन डालमिया आदि का भी क्रिकेट के खेल से कोई रिश्ता नहीं रहा. यदि विजयनगरम के महाराज कुमार और राजसिंह डूंगरपुर जैसे अपवाद छोड़ दिए जाएं तो अब तक बीसीसीआई अध्यक्ष पद अधिकतर राजनीतिज्ञों के हाथों में ही रहा. वर्तमान में राज्य क्रिकेट संघों की स्थिति पर गौर किया जाए तो केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं जो राजीव शुक्ला उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के सचिव पद पर काबिज हैं. दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ की कमान भाजपा के शीर्ष नेता अरुण जेटली के हाथों में है. शुक्ला और जेटली बीसीसीआई के उपाध्यक्ष भी हैं. गुजरात क्रिकेट संघ के प्रमुख राज्य के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हैं तो गोवा में राज्य के कैबिनेट मंत्री दयानंद नार्वेकर ने यह जिम्मेदारी संभाल रखी है. हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर भी भाजपा के नेता हैं. इनके अलावा पंजाब के आई एस बिंद्रा, विदर्भ के प्रकाश दीक्षित, सौराष्ट्र के भरत शाह, बंगाल के डालमिया, केरल के टी आर बालाकृष्णन, झारखंड के अमिताभ चौधरी, आंध्र के डी वी सुब्बाराव आदि भी कभी क्रिकेट नहीं खेले.

First Published: Thursday, September 1, 2011, 18:31

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