Last Updated: Thursday, March 15, 2012, 09:13
नई दिल्ली : रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को हटाए जाने की तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की कथित मांग से जुड़े घटनाक्रमों पर केंद्र सरकार की आलोचना के बीच गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी ने कहा कि गठबंधन की राजनीति में ऐसी स्थितियां आती है, राजग सरकार में भाजपा को भी शिवसेना की ओर से ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा था।
संसद भवन परिसर में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने संवाददाताओं से कहा कि राजग सरकार में भाजपा को भी ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा था जब शिवसेना ने अच्छा काम करने वाले सुरेश प्रभु को मंत्रिमंडल से हटाने को कहा था।
इसके अलावा भी राजग के छह साल के कार्यकाल में भाजपा को अनेकों बार सहयोगी दलों को विषम परिस्थितियों में संतुष्ट करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन सरकार है और ऐसी परिस्थितियां आती रहती हैं जहां प्रत्येक राजनीतिक दल की अपनी मजबूरियां होती है। नेतृत्व इस विषय पर विचार कर रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या इस घटनाक्रम से सरकार हंसी की पात्र नहीं बन गई है, सोनी ने कहा कि मैं समझती हूं कि ऐसी स्थिति नहीं उत्पन्न होनी चाहिए थी। इससे राजनीति से जुड़े लोगों की छवि को धक्का पहुंचता है। लेकिन संप्रग नेतृत्व इसका समाधान निकालने में जुटा है। गठबंधन में लेन देन चलता है। सरकार के हंसी का पात्र बनने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि रेल बजट अब संसद की संपत्ति है, इस पर संसद को विचार करना है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 15, 2012, 14:43