Last Updated: Thursday, January 31, 2013, 09:43
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनागपुर : नितिन गडकरी के दोबारा भाजपा अध्यक्ष नहीं बन पाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता एमजी वैद्य ने कहा है कि नितिन गडकरी भाजपा की अंदरूनी साजिश के शिकार हुए हैं। वैद्य ने ये भी संदेह जताया है कि भाजपा में जो लोग गडकरी का विरोध कर रहे हैं उनमें और यूपीए सरकार में साठगांठ है। ये नेता ही गडकरी के खिलाफ मीडिया को सामग्री उपलब्ध कराने में मददगार बने।
वैद्य ने सवाल किया कि आयकर विभाग के छापे ठीक उसी वक्त क्यों पड़े जब भाजपा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव करीब था। वैद्य ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि जब गडकरी को दोबारा अध्यक्ष बनाने के लिए भाजपा ने संविधान में संशोधन किया तो कई भाजपा नेताओं को यह रास नहीं आया। वे सार्वजनिक रूप से इसका विरोध नहीं कर सकते थे इसलिए वे अंदरखाने अपना काम करने लगे। अगर गडकरी चुनाव लड़ते तो उन्हें 70 फीसदी वोट मिलते।
संघ नेता ने लिखा है कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने गडकरी से अध्यक्ष पद छोड़ने और जांच का सामना करने को कहा। उन्होंने दोष साबित होने से पहले ही गडकरी को दोषी करार दे दिया। वैद्य के इस बयान पर कांग्रेस ने चुटकी लेते हुए कहा है कि वैद्य ने कोई नया खुलासा नहीं किया है बल्कि भाजपा की अंदरूनी फूट की पुष्टि की है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ चाहता था कि गडकरी ही भाजपा के दोबारा अध्यक्ष बनें लेकिन 23 जनवरी को चुनाव से ठीक एक दिन पहले पूर्ति ग्रुप पर हुए आयकर सर्वे की वजह से गडकरी को इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद राजनाथ सिंह को भाजपा का नया अध्यक्ष बनाया गया।
First Published: Thursday, January 31, 2013, 09:43