Last Updated: Tuesday, May 15, 2012, 17:25
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी और नरेंद्र मोदी के मतभेद के अनसुलझे रहने के साथ ही ऐसी अटकलें हैं कि गुजरात के मुख्यमंत्री 24-25 को मुंबई में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नहीं आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, गडकरी को दोबारा पार्टी अध्यक्ष बनाने की तैयारी से मोदी नाराज हैं। हालांकि खबर यह भी है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता मोदी से बात कर रहे हैं और उन्हें मनाने में जुटे हैं।
सूत्रों ने यहां बताया कि मोदी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से दूर रहने की संभावना है, जहां भाजपा पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी को दूसरा कार्यकाल देने के लिए अपने संविधान में संशोधन के प्रस्ताव पर मुहर लगा सकती है। इससे दिसंबर में अपना मौजूदा कार्यकाल पूरा करने के बाद गडकरी के लिए फिर अगले तीन साल के लिए इस पद बने रहने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
मोदी दरअसल गडकरी के कुछ फैसलों से नाराज चल रहे हैं और उन्होंने पार्टी के कार्यक्रमों में अनुपस्थित रहने जैसे अपने कृत्यों से अपनी नाराजगी से पार्टी नेताओं को अवगत कराया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार नहीं किया था क्योंकि गडकरी ने उनके कट्टर विरोधी संजय जोशी को वहां के चुनाव प्रचार अभियान का प्रभारी बना दिया था। मोदी पिछली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नहीं आए थे जो यहां हुई थी। पार्टी सू़त्रों का कहना है कि गडकरी और मोदी के बीच कई महीनों से बोलचाल नहीं है। गडकरी ने भी कुछ समय पहले एक साक्षात्कार में यह कबूल किया थी। पार्टी नेताओं का कहना है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अगली बैठक गडकरी के प्रभाव वाले स्थान में मुम्बई में होने के साथ ही मोदी की अनुपस्थिति संभावित है।
जब मोदी एनसीटीसी की बैठक के लिए पांच मई को दिल्ली में थे तब उन्होंने इस प्रश्न को टाल दिया था कि वह मुम्बई सम्मेलन में हिस्सा लेंगे या नहीं। हालांकि भाजपा नेतृत्व का एक वर्ग मोदी को सम्मेलन में हिस्सा लेने के वास्ते मनाने में जुटा है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 16, 2012, 09:08