Last Updated: Saturday, January 14, 2012, 09:52
नई दिल्ली: योग गुरू बाबा रामदेव ने शनिवार को कालेधन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस तथा पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रपिता ने जब स्वदेशी व्यवस्था की बात की थी तो उन्हें महात्मा कहा गया था, लेकिन जब वह उसी सोच की पैरोकारी कर रहे हैं तो उन्हें महाठग करार दिया जाता है।
यहां कांस्टीट्यूशन क्लब में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान रामदेव ने कहा, ‘कालेधन और भ्रष्टाचार की बात मैं लंबे समय से उठा रहा हूं। इसकी एवज मुझे और मेरे सहयोगियों के खिलाफ तमाम एजेंसियों को लगा दिया गया है। मेरे सहयोगी आचार्य बालकृष्ण के पीछे सीबीआई लगा दी गई है। हमारे आयुर्वेदिक कॉलेज में बच्चों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। हमें तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है।’
उन्होंने कांग्रेस और दिग्विजय सिंह का नाम लिए बगैर कहा, ‘हम स्वेदशी तंत्र की बात रहे हैं और यही बात बापू ने की थी। बापू को महात्मा कहा गया था, लेकिन मुझे महाठग कहा जा रहा है। ऐसा सिर्फ इसलिए है, क्योंकि हमने भ्रष्टाचार और कालेधन को लेकर एक बड़ा जनांदोलन खड़ा किया।’
रामदेव ने बोफर्स, 2 जी और अवैध खनन मामलों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘विदेशी बैंकों में जमा काला धन देश के 121 करोड़ लोगों से लूटा गया धन है। यह बोफोर्स, 2जी और अवैध खनन जैसे घोटालों की रकम भी है।’
उन्होंने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘केंद्र में एक पार्टी को छोड़कर अन्य किसी दल को कालेधन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करने में कोई एतराज नहीं है।
हम बीती बातों को भूलने को तैयार हैं और उनसे बात कर सकते हैं। परंतु उन्हें तीन मुद्दों- कालाधन, भ्रष्टाचार और व्यवस्था परिवर्तन पर स्थिति स्पष्ट करनी होगी।’ रामदेव ने कहा, ‘देश में ऐसा नहीं होना चाहिए कि किसी को बलि का बकरा बनाया जाए और किसी को बचाने के लिए हर जतन किया जाए। भ्रष्टाचार के मामले में सभी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।’
दिग्विजय पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘इस पार्टी में एक महासचिव है जो हमेशा उलटी बातें करता है। वह सबको क्लीचिट देने का काम करता है। अगर किसी को भ्रष्टाचार में क्लीचिट दे तो समझ जाइए कि वह व्यक्ति बहुत भ्रष्ट है। वह मुठभेड़ को फर्जी करार देता है। मैं मकर संक्राति जैसे शुभ दिन पर बुरे लोगों का नाम अपनी जुबान से नहीं ले सकता।’
विधानसभा में चुनावों में अपनी योजनाओं के बारे में रामदेव ने कहा, ‘हमने देश के विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम करने की इजाजत मांगी हैं। जहां सभी दलों के प्रत्याशियों और नेताओं को बुलाकर काले धन पर उनकी राय जानी जाएगी। अगर हमें ऐसे कार्यक्रमों की इजाजत नहीं मिली तो हम बड़ा जनांदोलन करने को विवश होंगे।’
उन्होंने लीबिया के तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी का जिक्र करते हुए कहा, ‘गद्दाफी के मारे जाने के बाद उसकी अवैध संपत्तियों के बारे में पता चला। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हमारे देश के नेता भी गद्दाफी है। मेरे कहने का मतलब यह है कि सत्ता से बेइमानों के जाने के बाद ही उनके कालेधन के बारे में पता चलता है।’
रामदेव ने अन्ना हजारे के साथ किसी तरह के मतभेद से इंकार करते हुए कहा, ‘अन्नाजी और हम एक दूसरे का समर्थन करते हैं। आगे की लड़ाई में मैं उनका साथ देना जारी रखूंगा’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, January 14, 2012, 15:23