Last Updated: Friday, March 2, 2012, 06:00
ज़ी न्यूज ब्यूरो/ एजेंसी नई दिल्ली : पाकिस्तान समर्थक कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी नई मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एक आतंकी को वीजा दिलाने के लिए सिफारिश के मामले में पुलिस उनसे पूछताछ कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लश्कर आतंकी एहतेशाम को पाकिस्तान का वीजा कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की सिफारिश पर मिला था। एहतेशाम कश्मीरी है, लेकिन उसके पास झारखंड का पासपोर्ट है, जिस पर पाक हाई कमीशन ने सवाल उठाए थे।
पाकिस्तान समर्थक कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी ने दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लश्कर-ए-तोएबा के आतंकवादी एहतेशाम मलिक को पाकिस्तानी वीजा पाने के लिए सिफारिशी पत्र दिया था। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि गिलानी द्वारा दिये गये सिफारिशी पत्र की प्रति 24 वर्षीय मलिक से जब्त किये गये कागजों में मिली है।
सूत्रों ने कहा कि एहतेशाम से जब्त चीजों में आईईडी बनाने का सामान जैसे तार, सल्फ्यूरिक एसिड आदि मिले हैं। उसने दिसंबर, 2011 में पाकिस्तान में प्रशिक्षण लिया था। प्रयोगशाला सहायक के तौर पर काम करने वाला एहतेशाम पहले जम्मू-कश्मीर के सोपोर में लश्कर से जुड़ा था और दो अन्य के साथ उसे 2007 में गिरफ्तार किया गया था।
इस बारे में संपर्क किए जाने पर गिलानी के प्रवक्ता अयाज अकबर ने कहा कि हमें इस मामले के बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन आमतौर पर यदि कोई कश्मीरी सिफारिश के लिए गिलानी साहब के पास आता है तो वह केवल कश्मीरी होने के नाते अपनी सिफारिश करते हैं। लेकिन उन्हें यह कैसे पता चलेगा कि वह वहां क्यों जाना चाहता है और उसका मकसद क्या है।
First Published: Friday, March 2, 2012, 15:35