‘गुलाबी चिंतन’ से निकले राहुल, बने कांग्रेस उपाध्यक्ष| Rahul Gandhi

‘गुलाबी चिंतन’ से निकले राहुल, बने कांग्रेस उपाध्यक्ष

‘गुलाबी चिंतन’ से निकले राहुल, बने कांग्रेस उपाध्यक्षजयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर के दूसरे दिन शनिवार को राहुल गांधी को पार्टी का उपाध्यक्ष चुन लिया गया। इस तरह पार्टी में अब उनका ओहदा अध्यक्ष सोनिया गांधी के बाद दूसरे नंबर का हो गया है। यह फैसला कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में लिया गया।

पार्टी प्रवक्ता जर्नादन द्विवेदी ने शुक्रवार देर शाम संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने राहुल गांधी को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे अध्यक्ष ने अपनी मंजूरी दे दी। कार्यसमिति में मौजूद लोगों ने मेजे थपथपाकर इस फैसले का स्वागत किया। इसके बाद राहुल गांधी ने इस पद को स्वीकार कर लिया।

द्विवेदी ने कहा कि इस फैसले से पार्टी को मजबूती मिलेगी और पार्टी अध्यक्ष का हाथ मजबूत होगा। राहुल पार्टी में अब तक महासचिव का पद संभाल रहे थे। कांग्रेस में कुल 10 महासचिव हैं। अब राहुल का ओहदा इन महासचिवों से ऊपर हो गया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सबसे पहले राहुल को गुलदस्ता भेंटकर बधाई दी। इसके बाद कई अन्य नेताओं ने फूलमाला पहनाकर उन्हें बधाई दी।

द्विवेदी ने कहा कि 2014 के आम चुनाव के लिए प्रचार अभियान के संबंध में राहुल की क्या भूमिका होगी इस पर बाद में निर्णय लिया जाएगा।
एंटनी के प्रस्ताव में कहा गया था कि बहुत लंबे अरसे से कांग्रेस के सदस्य हैं और देश की जनता को राहुल गांधी से बहुत अपेक्षाएं हैं। वे उन्हें एक बड़ी भूमिका में देखना चाहते हैं।

43 वर्षीय राहुल को 2007 में पार्टी का महासचिव बनाया गया था। राहुल को उपाध्यक्ष बनाए जाने की औपचारिक घोषणा होने से एक घंटे पहले ही बिड़ला ऑडिटोरियम के बाहर कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगने लगा था। कार्यकर्ता रथ लेकर सभागार के बाहर पहुंच गए और राहुल गांधी के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। ‘देश का नेता कैसा हो, राहुल गांधी जैसा हो’ जैसे नारे लगाए जा रहे थे।

राहुल को उपाध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा होने के बाद कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए तथा आतिशबाजी भी शुरू कर दी। इससे पहले आज कांग्रेस नेताओं ने संकेत दिया था कि चिंतन शिविर में राहुल गांधी को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की औपचारिक घोषणा कल तक हो सकती है।

पार्टी के युवा नेता और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना था कि राहुल पहले ही बड़े बड़े कदम उठा रहे हैं और कई बड़े फैसले करते आ रहे हैं। यहां चल रहे चिन्तन शिविर में भी लगभग 60 प्रतिशत युवाओं की भागीदारी उन्हीं की पहल का नतीजा है।

जब कहा गया कि राहुल अनौपचारिक रूप से पार्टी में नंबर दो हैं और अधिकतर ब़ड़े फैसलों में वह शामिल होते हैं लेकिन औपचारिक रूप से उनके द्वारा पार्टी की अगुवाई करने की घोषणा कब होगी तो सिंधिया का जवाब था, ‘कल तक इंतजार कीजिए।’

एक अन्य वरिष्ठ नेता और संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि यह लगभग निश्चित है कि 2014 के लोकसभा चुनाव की अगुवाई राहुल ही करेंगे। इस सवाल पर कि क्या उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जा सकता है, शुक्ला ने कहा कि ये सब बातें बाद में देखने की हैं और पार्टी अध्यक्ष इस बारे में फैसला करेंगी लेकिन यह तय है कि वह आने वाले दिनों में बड़ी जिम्मेदारी निभाने जा रहे हैं।

एक अन्य युवा नेता एवं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि हम सबकी भावना है कि राहुल को पूरी जिम्मेदारी सौंपी जाए और हमें पूरी उम्मीद है कि कांग्रेस की इस बैठक में ऐसा कोई औपचारिक फैसला किया जाएगा। (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 19, 2013, 20:34

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