Last Updated: Friday, July 13, 2012, 20:36

इंदौर: गुवाहाटी में एक लड़की को सरेआम निर्वस्त्र करके उसके साथ सामूहिक छेड़खानी की घटना को केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने बेहद शर्मनाक करार दिया और बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को इस घटना की जांच के लिये कहा गया है।
कृष्णा तीरथ ने यहां एक संसदीय परामर्शदात्री समिति की बैठक के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने टीवी न्यूज चैनलों पर गुवाहाटी में सरेआम लड़की के साथ सामूहिक बदसलूकी की खबरें देखी हैं। गुवाहाटी जैसे शहर में ऐसी घटना बेहद शर्मनाक है। जो लोग इस घटना के गवाह थे, उन्हें बदमाशों को रोकना चाहिये था, उन्हें बदमाशों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर देना चाहिये था।’
उन्होंने बताया, ‘मैंने एनसीपीसीआर से कहा है कि वह अपनी एक टीम को गुवाहाटी भेजकर इस घटना की जांच कराये। मैंने उसे यह भी कहा है कि इस जांच में दोषी पाये जाने वालों के लिये कड़ी से कड़ी सजा की सिफारिश की जाये।’ कृष्णा ने बताया कि वह 11 से 18 साल के लड़कों में सकारात्मक मानसिकता के विकास और जागरूकता के लिये एक योजना बनाने पर विचार कर रही हैं।
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न निवारण का संशोधित विधेयक आगामी मानसून सत्र के दौरान संसद में पेश किया जायेगा। कृष्णा ने बताया कि इस प्रस्तावित कानून में संगठित और असंगठित क्षेत्र से जुड़ी स्त्रियों के साथ घरेलू कामकाजी महिलाओं को भी यौन उत्पीड़न से संरक्षण देने के पुख्ता प्रावधान हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 13, 2012, 20:36