Last Updated: Sunday, September 23, 2012, 19:44

बुंडाला (जालंधर) : देश में चल रहे मौजूदा राजनैतिक घमासान के बीच केंद्र में गैर कांग्रेस और गैर भाजपा सरकार के गठन एवं इनकी नीतियों के विकल्प की जरूरत पर बल देते हुए माकपा ने कहा है कि वाम दल इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं और आगामी आम चुनाव से पहले गैर भाजपा एवं गैर कांग्रेस मोर्चा अस्तित्व में आएगा।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व महासचिव हरकिशन सिंह सुरजीत की चौथी बरसी पर आयोजित समारोह में हिस्सा लेने आए पार्टी के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘इस सरकार की नीतियों से अमीरों तथा गरीबों के बीच खाईं और अधिक बढ़ी है इसलिए जनता को अब एक वैकल्पिक नीति की आवश्यकता है।’ येचुरी ने कहा, ‘अगर बाजार के हिसाब से देखा जाए तो भाजपा और कांग्रेस दोनों की नीतियां समान हैं। दोनों पूंजीपतियों को फायदा कराने वाली पार्टियां हैं। इसलिए देश के लोगों को एक वैकल्पिक सरकार देने वाली गठबंधन या मोर्चे की जरूरत है जो उन वैकल्पिक नीतियों को लागू कर सके। वाम दल इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं और 2014 में होने वाली आगामी आम चुनावों से पहले गैर कांग्रेस और गैर भाजपा मोर्चा अस्तित्व में आएगा।’
यह पूछे जाने पर कि तीसरे मोर्चे का गठन देश के वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में कितना ‘व्यवहारिक’ है, येचुरी ने कहा, ‘तीसरा मोर्चा भी व्यवहारिक है और आम लोगों में इसकी स्वीकार्यता भी व्यवहारिक है। लोगों को लगने लगा है कि यह गैर कांग्रेस और गैर भाजपा सरकार अब समय की जरूरत है।’
First Published: Sunday, September 23, 2012, 19:44