Last Updated: Monday, August 27, 2012, 14:58
नई दिल्ली : सरकार ने सोमवार को बताया कि 30 और 31 जुलाई 2012 तथा एक अगस्त 2012 को उत्तर, पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में हुए ग्रिड व्यवधान के कारणों की जांच के लिए गठित समिति का निष्कर्ष है कि इसके लिए कोई एक कारण उत्तरदायी नहीं है।
विद्युत मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने आज राज्यसभा को बताया कि समिति इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि बार बार बंद की वजह से कमजोर हो चुके अंतरक्षेत्रीय गलियारों, 400 किलोवाट के बीना ग्वालियर आगरा लिंक पर अधिक लोडिंग, अधिक निकासी कम करने के क्षेत्रीय भारत प्रेषण केंद्रों (आरएलडीसी) के निर्देशों पर राज्य भार प्रेषण केंद्रों की अपर्याप्त प्रतिक्रिया तथा 31 जुलाई ही 400 किलोवाट के बीना ग्वालियर लिंक को क्षति जैसे कारणों की वजह से ग्रिड फेल हुए थे।
उन्होंने देवव्रत बंदोपाध्याय के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि इन घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 27, 2012, 14:58