Last Updated: Friday, November 2, 2012, 15:51
नई दिल्ली: सेना में अधिकारियों और जवानों के बीच विवाद की एक और घटना सामने आई है जिसमें 10 सैनिकों ने पंजाब के पटियाला में अधिकारियों के आदेश को धता बताते हुए कथित ‘चाकरी’ से इनकार कर दिया और विरोधस्वरूप अपने रेजीमेंट केंद्रों में लौट गए ।
घटना पिछले हफ्ते हुई जब 56 बख्तरबंद रेजीमेंट के सैनिक यूनिट के अपने अधिकारियों द्वारा दिए गए कथित ‘चाकरी कार्य’ के विरोध में महाराष्ट्र के अहमदनगर स्थित अपने रेजीमेंट केंद्र पहुंच गए ।
सेना के सूत्रों ने यहां बताया कि घटना पर कड़ा संज्ञान लेते हुए सेना अब मामले में कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की योजना बना रही है और कोर्ट ऑफ इंक्वाइरी के आदेश दे दिए गए हैं ।
उन्होंने कहा कि कोर्ट ऑफ इंक्वाइरी में समूचे घटनाक्रम की जांच की जाएगी और उन कारणों को तलाशा जाएगा जिनके चलते ऐसी स्थिति पैदा हुई ।
सूत्रों ने कहा कि कड़ी कार्रवाई की आशंका से ये सभी 10 सैनिक अपने आचरण को लेकर खेदपूर्ण मुद्रा में हैं ।
सेना ने कहा कि जवानों को कोई चाकरी कार्य करने का आदेश नहीं दिया गया था ।
उन्होंने कहा कि ये जवान क्लर्क हैं । उन्होंने राइफलों और हथियारों की सफाई की अपनी सैन्य ड्यूटी से इनकार कर दिया । जब कमांडिंग अफसर ने उनसे दंड के रूप में बैटलफील्ड फिजीकल एफीसेंसी टेस्ट के लिए कहा तो उन्होंने विरोध किया और अपने रेजीमेंट केंद्र रवाना हो गए ।
पिछले एक साल में सेना के भीतर इस तरह की यह चौथी घटना है जब जवानों ने अपने अधिकारियों का विरोध किया । इनमें से तीन घटनाएं टैंक रेजीमेंटों में हुई हैं । पिछली घटना जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में हुई थी जब एक जवान की आत्महत्या को लेकर 16 कैवलरी यूनिट के जवान और अधिकारी आमने सामने आ गए थे।
इससे पहले नयोमा में एक झड़प में कई जवान और कमांडिंग अफसर सहित अधिकारी घायल हो गए थे ।
एक अन्य घटना पंजाब के गुरदासपुर में 45 कैवलरी यूनिट में हुई थी जब एक प्रशिक्षण सत्र के बाद अधिकारी और जवान आपस में भिड़ गए थे । इन सभी घटनाओं में कोर्ट ऑफ इंक्वाइरी के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन जांच अब तक पूरी नहीं हो पाई है । (एजेंसी)
First Published: Friday, November 2, 2012, 15:51