Last Updated: Saturday, December 10, 2011, 10:39
नई दिल्ली: सरकार की ओर से 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में गृह मंत्री पी चिदंबरम के बचाव में आज दी गई दलीलों को पूरी तरह खारिज करते हुए भाजपा ने कहा कि इस मामले में तत्कालीन वित्त मंत्री की भूमिका की गहन जांच होनी चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने यहां कहा, ‘भाजपा चाहती है कि इस घोटाले में उस समय वित्त मंत्री रहे चिदंबरम की भूमिका की जांच होनी चाहिए।’
दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा चिदंबरम के बचाव में दी गई दलीलों को अस्वीकार करते हुए प्रसाद ने कहा, ‘यह आश्चर्यजनक है कि प्रणव मुखर्जी द्वारा ऐसा असफल प्रयास किए जाने के बाद अब कपिल सिब्बल चिदंबरम के तुष्टिकरण में उतरे हैं।’
उन्होंने कहा कि सिब्बल को अचानक चिदंबरम के बचाव में कूदने की क्या जरूरत पड़ गई। क्या तुष्टिकरण भरे ये बयान एक पस्त सहयोगी का बचाव करने के लिए हैं।
प्रसाद ने कहा बड़ा सवाल यह है कि क्या तब वित्त मंत्री रहते चिदंबरम स्पेक्ट्रम का मूल्य निर्धारण करने में देश के राजस्व का बचाव कर पाए या नहीं। उन्होंने कहा सच यह है कि चिदंबरम ने स्पेक्ट्रम की ईमानदार और पारदर्शी नीलामी कराने के उचित कदम नहीं उठाए।
इससे पहले आज सुबह सिब्बल ने विशेष संवाददाता सम्मेलन बुलाकर चिदंबरम का जोरदार बचाव करते हुए कहा कि भाजपा नीत राजग 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में गृह मंत्री पर दोष थोपना चाहता है और यह संसदीय लोकतंत्र को पंगु बनाने का एक हताशा भरा प्रयास है।
सिब्बल ने कहा कि स्पेक्ट्रम आवंटन के समय वित्त मंत्री रहे चिदंबरम के खिलाफ लगाए जा रहे सभी आरोपों को सरकार खारिज करती है। उन्होंने कहा कि यह चिदंबरम की छवि धूमिल करने और बदनाम करने का प्रयास है।
(एजेंसी )
First Published: Saturday, December 10, 2011, 21:24