चीन की सामरिक स्पर्धा से चुनौती: एंटनी - Zee News हिंदी

चीन की सामरिक स्पर्धा से चुनौती: एंटनी



नई दिल्ली : रक्षामंत्री एके एंटनी ने मंगलवार को कहा कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र, चीन की सामरिक स्पर्धा और देश के भीतर एवं बहुराष्ट्रीय आतंकवाद से राष्ट्र को चुनौती है और दूसरे देश इन चुनौतियों को उस शिद्दत के साथ महसूस नहीं कर सकते। एंटनी ने यह बात सेना के तीनों अंगों के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने साइबर सुरक्षा से जुड़े खतरों को भी रेखांकित किया और इन खतरों से निबटने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) पर अमल करने के लिए कहा।

 

रक्षामंत्री ने कमांडरों से अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र के हालात पर गहरी निगाह रखने का आह्वान करते हुए कहा कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र के किसी भी घटनाक्रम का भारत के लिए सामरिक और सुरक्षा निहितार्थ होगा। हमें क्षेत्र के हालात पर गहरी निगाह रखने की जरूरत है। एंटनी ने कहा कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र के ताजातरीन घटनाक्रम साफ तौर पर जताते हैं कि यह नहीं माना जा सकता कि वहां मुद्दे किसी हल के करीब पहुंच रहे हैं। एंटनी ने इस पर जोर दिया कि आर्थिक और सैनिक शक्ति के रूप में चीन के उभार और उसकी आक्रामक नीतियों का भारत के लिए निहितार्थ है। रक्षामंत्री ने कहा कि भारत और जापान के साथ चीन की सामरिक स्पर्धा निश्चित रूप से एशियाई सुरक्षा वातावरण को प्रभावित करेगी।

 

उन्होंने कहा कि ये घटनाक्रम रक्षा बलों के सभी अंगों के लिए चुनौती पेश करते हैं। भारतीय संदर्भ में, दूसरे देश उस शिद्दत के साथ इन चुनौतियों को महसूस नहीं कर सकते हैं। एंटनी ने रेखांकित किया कि उत्तरपूर्व और जम्मू-कश्मीर में हालात कुछ हद तक सुधरे हैं। उन्होंने सेना को खबरदार किया कि गर्मियों के महीनों में उनके लिए सही परीक्षा होंगे।
रक्षामंत्री ने कहा कि हमें चौकस और सक्रिय रहना होगा और हम चौकसी में कमी नहीं कर सकते। एंटनी ने रक्षा बलों से साइबर सुरक्षा पहल करने और इंटरनेट आधारित आतंकवाद एवं हमलों को कम करने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने कहा कि सेना को इन खतरों के निहिताथरें से पूरी तरह अवगत रहना चाहिए और इनसे निबटने के लिए सुरक्षा प्रणालियां एवं एसओपी का उपयोग करना चाहिए।

(एजेंसी)

First Published: Tuesday, April 24, 2012, 19:59

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