Last Updated: Wednesday, April 17, 2013, 20:46

नई दिल्ली : ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन और बांध बनाए जाने की पृष्ठभूमि में चीन ने भारत के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, जिसमें जल से जुड़े विषयों से निपटने के लिए नया तंत्र बनाये जाने की बात कही गई है। इस विषय पर भारत में चिंताएं सामने आई हैं।
तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन और बांध बनाने की मंजूरी दिए जाने के मद्देनजर भारत की ओर से चीन पर जल से जुड़े विषयों से निपटने के लिए जल आयोग बनाने या अंतर सरकारी परिचर्चा या संधि करने के लिए जोर डाला जा रहा है। इन तीन में से एक बांध का निर्माण भारत को सूचित किये बिना किया जा रहा है।
चीन से शुरू होकर भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्रवेश करने वाली मुख्य नदी ब्रह्मपुत्र है जबकि देश के उत्तरी क्षेत्र में सिंधु और सतलज ऐसी ही नदियां हैं। वर्तमान विशेषज्ञ स्तर के तंत्र (ईएलएम) के तहत दोनों देश बाढ़ के मौसम में ब्रह्मपुत्र नदी के बारे में केवल जलस्तर, वर्ष का स्तर और नदियों में पानी के बहाव के बारे में सूचना साझा करते हैं। बहरहाल, समझा जाता है कि चीन ने सूचित किया है कि जल से जुड़े विषयों विशेष तौर पर ब्रह्मपुत्र नदी के बारे में वर्तमान तंत्र ‘पर्याप्त’ है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 17, 2013, 20:46